22 बैंकों में दस वर्षों से निष्क्रिय चल रहे 174 खातों की 1.33 करोड़ डंप धनराशि का निस्तारण कराया गया, सभी खातों में 240.86 करोड़ रुपये डंप
आगरा, 14 नवम्बर। मंडलायुक्त सभागार में शुक्रवार को लगे शिविर में जनपद में पिछले 10 वर्षों से निष्क्रिय चल रहे 22 बैंकों में 7.82 लाख खातों के 240.86 करोड़ रुपये के समाधान हेतु प्रक्रिया बताई गई तथा विभिन्न बैंकों, एलआईसी, एनपीएस पेंशन तथा अन्य बैंकिंग संस्थाओं के 174 खाताधारकों के 1.33 करोड़ डंप धनराशि का निस्तारण कराया गया।
एलडीएम केनरा बैंक ऋषिकेश बनर्जी ने अवगत बताया कि डीएफएस, वित्त मंत्रालय भारत सरकार, आरबीआई के तत्वावधान में लगे इस शिविर में सभी संबंधित बैंकों, एलआईसी आदि के समाधान स्टॉल लगाये गए तथा जागरूकता सत्र का आयोजन हुआ।
सत्र में बताया गया कि इस प्रकार के जागरूकता और निपटान शिविरों के आयोजन का उद्देश्य दावा रहित जमा के बारे में पूर्ण जागरूकता फैलाना है। मुख्य चिंता यह है कि अधिकांश लोग इसके बारे में जागरूक नहीं हैं और शेयरधारकों, एलआईसी पॉलिसी धारकों, एनपीएस योगदानकर्ताओं, म्यूचुअल फंड मालिकों के लिए उपलब्ध दावा रहित राशि का दावा कैसे करें, दावा रहित राशि के बारे में जागरूकता प्रमुख चिंता का विषय है।
जनपद में राष्ट्रीय बैंकों में एसबीआई, पीएनबी, इंडियन बैंक लिमिटेड, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक सहित कुल 22 बैंक शामिल हैं, जिसके द्वारा शिविर में स्टॉल लगाये गए।
यह अभियान 25 दिसंबर तक चलेगा और जनपद के विभिन्न बैंकों में 7.82 लाख खातों की डम्प राशि का निस्तारण कराया जायेगा, जिन खातों में दस वर्षों से कोई लेनदेन नहीं किया गया है।
सभी बैंकों के प्रतिनिधि डेफ क्लेम का फॉर्म खाताधारकों को देंगे तथा आरबीआई के पोर्टल पर ऐसे खाताधारकों का डिटेल चेक करेंगे। पोर्टल में नाम होने पर संबंधित खाताधारक का डेफ फॉर्म भरवाया जाएगा, फॉर्म भरवाते समय आधार, पैन, वोटिंग कार्ड, एक पासपोर्ट साइज फोटो, पासबुक की कॉपी जमा होगी, प्रतिनिधि फॉर्म व सारे कागजात लेकर उसे आरबीआई मुख्यालय भेजेंगे तथा उसके दस से पंद्रह दिनों के भीतर संबंधित के खाते में डंप राशि भेज दी जाएगी।
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