"यमुना नदी में डीसिल्टिंग आसान नहीं, क्योंकि पूर्व में नहीं हुई"

आगरा, 08 जून। नेशनल चैंबर की विज्ञप्ति के अनुसार, मंडलायुक्त ऋतु माहेश्वरी का कहना है कि यमुना नदी में डीसिल्टिंग कार्य आसान नहीं है क्योंकि यमुना नदी में इससे पूर्व कभी डीसिल्टिंग नहीं हुई है। इस सम्बन्ध में जानकारी हेतु अध्ययन करने के लिए सेन्ट्रल वाटर एवं पावर रिसर्च स्टेशन के विशेषज्ञ से इसकी साइंटिफिक अध्ययन के लिए पत्र प्रेषित कर दिया गया है। इसकी गहन जाँच होगी और  प्रारंभिक रिपोर्ट आने पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
नेशनल चैंबर के अध्यक्ष अतुल गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मंडलायुक्त से मुलाकात कर ज्ञापन दिया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि यमुना नदी में ओखला एवं गोमती नदी में लखनऊ में डीसिल्टिंग का कार्य हुआ है। अतः वहां से भी इसकी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। 
मंडलायुक्त ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि सूर सरोवर के सामने स्वागत द्वार और कीठम झील में नौका विहार का प्रस्ताव भेज दिया गया है। फतेहपुर सीकरी, शहीद स्मारक, आगरा फोर्ट, शाहज़हाँ  गार्डन में लाइट एवं साउण्ड सिस्टम प्रारम्भ करने पर कार्यवाही की जा रही है।
प्रतिनिधिमंडल में पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, के. सी. जैन एवं रंजीत सामा, मनोज गुप्ता, अम्बा प्रसाद गर्ग,  नितेश अग्रवाल शामिल थे।
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