डोपामाइन हार्मोन बनता है नशे के कुचक्र में आने का कारण!

आगरा, 18 नवम्बर। बच्चे जब नशे की सामग्री का उपयोग करते हैं तो उनके मस्तिष्क में डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है जिससे उन्हें आनंद की अनुभूति होती है और यही आनंद की अनुभूति उनके नशे के कुचक्र में आने का कारण बनता है। जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार को आयोजित मद्यनिषेध कार्यक्रम में यह जानकारी देते हुए बच्चों से नशे से दूर रहने का आह्वान किया गया।
केंद्रीय विद्यालय संगठन- 3 में मुख्य अतिथि वेद सिंह चौहान नगर मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में हुए इस कार्यक्रम में मद्यनिषेध पर आधारित नुक्कड नाटक, निबंध, पोस्टर एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मद्यनिषेध संगोष्ठी में मुख्य अतिथि द्वारा बताया गया कि नशा करने से मानसिक दुर्बलता, क्रोध, उत्तेजना, स्मृतिनाश एवं रोगों से लडने की प्रतिरोधक क्षमता क्रमशः क्षीण होती जाती है। सभी उपस्थित लोगों को एक नशा मुक्ति शपथ भी दिलाई गयी। 
कार्यक्रम में विमल कुमार ने बच्चों से अपील की कि कोई भी नशे का पदार्थ का सेवन किसी भी प्रकार से न करें। प्रधानाध्यापक उपेंद्र कुमार ने बच्चों को समझाया कि अत्यधिक शराब के सेवन से लीवर में सूजन, अल्सर पीलिया, नपुंसकता एवं जिगर से सम्बंधित अनेक प्रकार की व्याधियां जन्म लेती है। क्षेत्रीय मद्य निषेध एवं समाज उत्थान अधिकारी आलोक कुमार ने कहा कि मद्यपान का नशा हमारे समाज व देश के लिए घातक है। 
राज इंटर कॉलेज कहरई मोड़ में भी एक नशा मुक्ति प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विजयी प्रतिभागियों को शील्ड व प्रमाण पत्र बांटे गए। एनजीओ इंदिरा फाउंडेशन द्वारा श्री राम इंटर कॉलेज जगजीत नगर शमशाबाद रोड में नाटक प्रतियोगिता भाषण प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, विजयी प्रतिभागियों को शील्ड व प्रमाण पत्र बांटे गए। 
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