तीन घंटे देरी से आए उपमुख्यमंत्री, नहीं रुकी पदयात्रा, पाठक ने समापन सभा को किया संबोधित, बोले- यूपी में गुंडाराज नहीं आने देंगे

आगरा, 19 नवम्बर। शहर में लौहपुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल की डेढ़ सौवीं जयंती पर बुधवार को नूरी दरवाजा क्षेत्र से निकाली गई एकता पदयात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक करीब तीन घंटे देरी से पहुंचे। विलम्ब को देखते हुए उनके बिना ही प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के नेतृत्व में पदयात्रा निकाल दी गई। बृजेश पाठक ने पदयात्रा के समापन सभा को संबोधित किया। उन्होंने शहीद भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। 
समापन सभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री पाठक ने कहा कि सरदार पटेल की आजाद भारत के नवनिर्माण में बड़ी भूमिका थी। कांग्रेस सरकार ने इसकी अनदेखी की। भाजपा ने तय किया है कि लौहपुरुष की गाथा, उनके जीवन चरित्र को जन-जन तक पहुंचाएंगे। 
दिल्ली बम धमाके पर उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां सक्रिय हैं। प्रदेश में लगातार निगरानी बरती जा रही है। धमाके में शामिल डॉक्टरों ने इस सम्मानित पेशे को कलंकित किया है। ऐसे डॉक्टरों को एक-एक करके चिह्नित करेंगे। जांच एजेंसियां कड़ी कार्रवाई करेंगी। 
बिहार विधानसभा चुनावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाठक ने कहाकि रिजल्ट आने के बाद से अखिलेश यादव के पेट में मरोड़ हो रही है। लेकिन हम यूपी में जंगलराज पार्ट-2 नहीं आने देंगे। उत्तर प्रदेश के लोग भी सपा का गुंडाराज कभी स्वीकार नहीं करेंगे। 
उन्होंने कहा, वर्ष 2017 से पहले यूपी में पकड़ होती थीं। अब गुंडे और माफिया गायब हो गए। वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया बना दिया था। बिहार में पूरा कुनबा एकत्र हो गया। मगर, बिहार के लोग समझ गए कि ये आएंगे तो माफिया राज आ जाएगा। अब कानून का राज है। बेटियां रात 12 बजे भी सुरक्षित घर जाती हैं। अल्पसंख्यक भाइयों से कहूंगा कि सब लोग जाति और धर्म से ऊपर उठकर वर्ष 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनवाएं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा जो कहती है वो करती है। अयोध्या में रामलला का मंदिर बनाया। राम मंदिर के लिए 500 साल तक संघर्ष चला। कांग्रेस ने तो अयोध्या में राम के जन्म का प्रमाण नहीं होने की बात कही थी। तुष्टिकरण की राजनीति को कांग्रेस और अन्य दलों ने राम के अस्तित्व को नकार दिया था।
इससे पहले पदयात्रा में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ एनसीसी कैडेट, समाजसेवी और स्थानीय नागरिक सम्मिलित हुए। नूरी दरवाजे से शुरू हुई एकता पदयात्रा का जगह- जगह पुष्पवर्षा कर यात्रियों का स्वागत किया गया। दक्षिण विधानसभा की विशाल रन फॉर यूनिटी पदयात्रा में सरदार वल्लभभाई पटेल की झांकी के साथ बैंड बाजा की ध्वनि पर राष्ट्र गीतों ने वातावरण को राष्ट्रीय भक्ति से सराबोर कर दिया। नूरी दरवाजा भगत सिंह मूर्ति से प्रारंभ होकर पदयात्रा पुरानी इमरजेंसी हॉस्पिटल रोड होती हुई घटिया रोड से विक्टोरिया इंटर कॉलेज खटीक पाड़ा क्षेत्र में भ्रमण करती हुई पुनः नूरी दरवाजा पहुंची, जहां यह एक सभा में परिवर्तित हो गई।
एकता पदयात्रा में सरदार वल्लभभाई पटेल की करीब छह फीट ऊंची आकर्षक प्रतिमा के साथ झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। 
________________________________________

ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments