पांच सौ फीट तक पहुंच सकता है यमुना का जलस्तर, दयालबाग और बल्केश्वर की कॉलोनियों में डुगडुगी पिटवाई गई, ग्रामीण क्षेत्रों में भी अलर्ट, गणेश विसर्जन में सावधानी बरतें
आगरा, 04 सितम्बर। जिले में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मथुरा के गोकुल बैराज से निरन्तर पानी छोड़े जाने से पांच और छह सितंबर को यहां यमुना का जलस्तर 499 से 500 फीट के बीच पहुंच सकता है और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन तैयारी में जुटा है। सिंचाई विभाग ने नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। दयालबाग और बल्केश्वर की कॉलोनियों में डुगडुगी पिटवाई गई है।
खबरों में बताया गया है कि हर घंटे नदी का जलस्तर बढ़ेगा। जलभराव की स्थिति में लोग जरूरी सामान के साथ मकानों को खाली कर दें। ऐसे में तटवर्ती इलाकों के लोगों ने यहां से सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष की मानें तो शुक्रवार तक जिले में यमुना का जलस्तर 500 फीट तक पहुंच सकता है। सिंचाई विभाग के अनुसार, आगरा में वाटर वर्क्स पर यमुना का अलर्ट स्तर 496.7 फीट, खतरे का स्तर 500 फीट और हाई फ्लड स्तर 507.74 फीट है।
नदी के जलस्तर पिछले बीस घंटे में तीन सेंटीमीटर की और वृद्धि हुई। गुरुवार की दोपहर तीन बजे तक वाटर वर्क्स पर जलस्तर 497.52 फीट पर पहुंच गया। इससे पूर्व बुधवार की शाम सात बजे तक जलस्तर 497.22 फीट था। गुरुवार को भी गोकुल बैराज से 1,11523 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यह प्रक्रिया जारी है। गोकुल बैराज से लगातार छोड़े जा रहे एक लाख क्यूसेक पानी और बारिश से शुक्रवार को बाढ़ के हालात बन सकते हैं। लगातार बारिश से इस आशंका को बल मिला है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को फिर भारी बारिश हो सकती है।
यमुना किनारे की कॉलोनियों में नाले बैक मारने लगे हैं। ताजमहल की दीवार तक भी पानी पहुंच गया है। ताजगंज मोक्षधाम और दयालबाग का पोइया घाट श्मशान घाट भी डूब गया है। उधर बाह क्षेत्र स्थित बटेश्वर में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना का पानी बुधवार की शाम को ब्रह्मलाल महाराज मंदिर की देहरी तक पहुंच गया था। उफान की रफ्तार जारी रही तो पानी मंदिर श्रंखला को पार कर बटेश्वर गांव की ओर निकलना शुरू हो जाएगा। बाढ़ के खतरे को लेकर बटेश्वर के लोग सहमे हुए हैं। शहरी क्षेत्र और 40 से अधिक गांव प्रभावित होंगे।
नालों का पानी बैक मारने से निचले इलाके और सड़कें ताल-तलैया नजर आने लगीं। बारिश के पानी की निकासी यमुना में होती है जब यमुना ही उफान मार रही है तो यमुना किनारा रोड का पानी कहां जाएगा। बुधवार को हुई बारिश के बाद यमुना किनारा पर स्ट्रेची ब्रिज के नीचे कई फुट तक पानी भर गया था। हालांकि नगर निगम की टीम ने पंपसेट लगाकर जलनिकासी का इंतजाम किया।
एडीएम बोलीं, बढ़ेगा जलस्तर, सावधानी बरतें
अपर जिलाधिकारी (वि/रा) शुभांगी शुक्ला ने सूचित किया कि वर्तमान संकेतों के अनुसार यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की सम्भावना है। सदर तहसील में यमुना नदी से तहसील के अन्तर्गत ठार आश्रम मौजा मेहरा नाहरगंज में 40 परिवार बाढ़ से प्रभावित है, जिनको सम्बन्धित बाढ़ शरणालय में विस्थापित कर दिया गया है। उन्हें तीनों समय पर भोजन, आवश्यक व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है।
गणेश विसर्जन में विशेष सावधानी रखें
उन्होंने नागरिकों को सुझाव दिए कि गणेश विसर्जन करते समय निम्न बातों का विशेष ध्यान रखें--
1. गणेश विसर्जन करते समय नदी के अन्दर न जाये।
2. शहरी क्षेत्र में नगर निगम द्वारा नदी के किनारे गणेश विसर्जन के लिऐ बनाये गये कुण्ड में विसर्जन करें।
3. बच्चों को नदी के पानी में नहाने से रोका जाये।
4. भीड़-भाड़ में बच्चों का ध्यान रखें।
5 बच्चे, महिला एवं बुजुर्ग पानी के किनारे न जाएं।
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