दवाओं को जलाने के वीडियो हुए वायरल, टीमों ने जांच में किया शामिल, दो और फर्मों की भी पड़ताल
आगरा, 28 अगस्त। शहर के फ़ौवारा स्थित दवा बाजार में एसटीएफ और औषधि विभाग की पिछले शुक्रवार से चल रही छापेमार कार्रवाई के बीच कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। इनमें ताजगंज क्षेत्र के जंगल में बड़ी संख्या में दवाएं जलाई गई दिखाई गई हैं। जांच टीमों ने इसकी भी अपनी जांच के दायरे में ले लिया है। इस बीच एसटीएफ और औषधि विभाग ने जांच के दायरे में दो और फर्मों एनएसजी मेडिको और ताज मेडिको को भी शामिल किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो में कई एंटी बायोटिक, एंटी एलर्जिक और अन्य दवाएं बड़ी संख्या में जली दिख रही हैं। खास बात यह है कि दवाएं एक्सपायरी नहीं थी, उनकी मैन्यूफैक्चरिंग दिख रही है। सभी बड़ी और नामी कंपनियों की दवाएं हैं। इन दवाओं पर एक्सपायरी डेट 2027 और 2029 लिखी है। वायरल वीडियो थाना ताजगंज क्षेत्र के नगला पेमा के पास नगला घड़ी का बताया जा रहा है। औषधि विभाग के उपायुक्त अतुल उपाध्याय का कहना है कि वायरल वीडियो की जांच कराई जाएगी। दवाएं असली थी या नकली, उन्हें जलाने का कारण क्या था, इसकी जांच की जाएगी।
इन पर लगी रोक!
खबरों के मुताबिक, जांच में मिली अनियमितताओं को देखते हुए औषधि विभाग ने बंसल मेडिकल एजेंसी, एनएसजी मेडिको और ताज मेडिको की खरीद-बिक्री पर तत्काल रोक लगा दी है। दस्तावेजों और स्टॉक की बारीकी से जांच की जा रही है। जल्द इस मामले में बड़ा खुलासे की उम्मीद है।
पिछले सात दिनों में हुई कार्रवाई के दौरान, ड्रग विभाग ने अब तक साढ़े तीन करोड़ रुपये की दवाइयां जब्त की हैं। अधिकारियों का कहना है कि बंसल मेडिकल एजेंसी का सालाना टर्नओवर 60 से 70 करोड़ रुपये है, जिसमें से आठ से 12 करोड़ रुपये का कारोबार तमिलनाडु से जुड़ा हुआ है। छापे के दौरान, टीम को मीनाक्षी फार्मा से संबंधित बिल भी मिले हैं, जो इस नेटवर्क के तार अन्य राज्यों से जुड़ने का संकेत देते हैं।
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