गठबंधन में रार: कैबिनेट मंत्री रहे प्रफुल्ल पटेल ने स्वीकार नहीं किया राज्य मंत्री पद
मुंबई, 09 जून । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता प्रफुल्ल पटेल ने मोदी-3 मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनने से इनकार कर दिया। केंद्रीय मंत्रीमंडल में एनसीपी से किसी के मंत्री नहीं बनने पर घमासान की अटकलें सामने आईं। इनमें कहा गया कि प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे दोनों दावेदारी कर रहे हैं। इस पूरे विवाद पर खुद प्रफुल्ल पटेल ने प्रतिक्रिया दी।
"द रूरल प्रेस" के अनुसार, प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हमें राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के बारे में सूचना मिली लेकिन मैं स्वयं केंद्र सरकार का कैबिनेट मंत्री पहले रह चुका हूं। हमें खुशी है कि उन्होंने हमें सूचना दी लेकिन मेरे लिए यह पद लेना थोड़ा कठिन है। गठबंधन में मतभेद की अटकलें पूरी तरह गलत हैं। प्रफुल्ल पटेल के अलावा इस पूरे मुद्दे पर अजित पवार की भी प्रतिक्रिया सामने आई। एनसीपी के प्रमुख और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि प्रफुल्ल पटेल ने कैबिनेट मंत्री के नाते कई बार सेंट्रल में काम किया और कैबिनेट मंत्री रहते हुए स्वतंत्र चार्ज लेना हमें ठीक नहीं लगा, इसलिए हमने कहा कि हम रुकने के लिए कुछ दिन के लिए तैयार हैं। अजित पवार ने कहा कि एनडीए सहयोगी के नाते मैं शपथ ग्रहण में भी जा रहा हूं।
बता दें कि लोकसभा चुनावों में अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली है। पार्टी महाराष्ट्र में चार सीटों पर चुनाव लड़ी थी। बाकी तीन सीटों पर उसे हार मिली है। पार्टी के नेता सुनील तटकरे रायगढ़ लोकसभा सीट से जीते हैं। प्रधानमंत्री निवास पर संभावित मंत्रियों की बैठक में जब एनसीपी से कोई नहीं पहुंचा था, तब एनसीपी में घमासान होने की चर्चा सामने आई थी। तब यह कहा गया था कि प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे दोनों मंत्री बनना चाहते हैं। सुनील तटकरे एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
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