किसी को गर्लफ्रेंड को मोबाइल दिलाना था, किसी को गाड़ी की किस्त भरनी थी, किसी को पिता का इलाज कराना था, मिलकर बन बैठे लुटेरे
अपनी गर्लफ्रेंड को नया मोबाइल फोन दिलाने, गाड़ी की किस्त भरने और पिता को बीमारी का इलाज कराने के लिए मोबाइल फोनों को लूटा करते थे।
पुलिस ने इनके पास से लूटे हुए मोबाइल फोन और मोटरसाइकिल बरामद की है। इसके साथ ही अब पुलिस उन दुकानदारों की सूची भी बना रही है जहां पर यह सभी चोरी व लूट के मोबाइल फोन बेचा करते थे।
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह राह चलते हुए व अन्य जगह से मोबाइल फोन लूट और चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। कुछ समय पहले ही उन्होंने नुनिहाई में स्थित स्टेट बैंक शाखा के पास से एक व्यक्ति से मोबाइल फोन लूटा था। इसके अलावा कई अन्य जगह भी मोबाइल फोन लूट की वारदातों को अंजाम दिया था।
गिरफ्तार अभियुक्तों में एक नाबालिग है। बरामद की गई अपाचे बाइक इसी की है। यह मोटरसाइकिल के पीछे बैठता था और दूसरा साथी मोटरसाइकिल चलाता था। इस दौरान नाबालिग अभियुक्त ही लोगों के मोबाइल फोन लूट और छीन कर बाइक से फरार हो जाता था।
थाना प्रभारी एत्तमादुदौला दुर्गेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वह मोबाइल फोन लूटकर उसे ग्राहकों को और दुकान पर बेच दिया करते थे। इसके बाद जो पैसा आता था उसे आपस में बांट लेते थे। एक अभियुक्त ने बताया कि उसे अपनी गर्लफ्रेंड को एक नया मोबाइल फोन खरीद कर देना था। उसके पास पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने मोबाइल फोन की लूट की, उसे बेचा और फिर नया मोबाइल फोन खरीद कर अपनी गर्लफ्रेंड को दिया। दूसरे अभियुक्त ने बताया कि उसकी बाइक किस्त न भरने की वजह से उसकी गाड़ी खिंच गई थी। उसे वहां पैसे जमा करने थे और मोबाइल लूटने के बाद उसे बेचकर बाइक की किस्त चुकाई। तीसरे अभियुक्त ने बताया कि उसके पिता बीमार थे। वह पैसों का इंतजाम करने में लगा हुआ था। जब पैसे नहीं मिले तो अन्य साथियों के साथ मिलकर मोबाइल फोन की लूट की। उसे बेचने के बाद जो पैसे मिले उन्हीं से पिता की बीमारी का इलाज कराया।
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