होटलों में श्रेय लेने की होड़, जुर्माने में राहत को लेकर दुविधा में व्यवसाई
आगरा, 14 जुलाई। होटलों के भूगर्भ जल दोहन मामले में दो होटल एसोसियेशनों के बीच श्रेय लेने की बहस चल पड़ी है। अवगत करा दें कि आगरा होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसियेशन ने एनजीटी में एक आई-ए लगाई, जिसमें प्रार्थना करते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग के मामले में समुचित समय दिए जाने की मांग की थी। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) द्वारा इस मामले में मूल याची से तीन सप्ताह में जवाब मांगते हुए अगली तिथि 12 अक्टूबर तय कर दी।
होटल व्यवसाय से जुड़े जानकारों ने एनजीटी के आदेश का अध्ययन करने के बाद बताया कि एनजीटी ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग मामले में तीन सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। भूगर्भ जल दोहन मामले में होटलों पर लगे जुर्माने पर इसका असर होगा या नहीं इसे लेकर दुविधा बनी हुई है।
दूसरी ओर होटल व्यवसाई व पूर्व विधायक केशो मेहरा ने इस संवाददाता से बात करते हुए 12 अक्टूबर तक राहत की बात को दोहराया। रमेश वाधवा ने भी एनजीटी के आदेश की प्रति उपलब्ध कराई, जिसे हम यहां प्रकाशित कर रहे हैं।
बता दें कि शहर में होटल एंड रेस्टोरेंट के नाम पर तीन समितियां सक्रिय हैं। याचिका में शामिल रमेश वाधवा पहले होटल एंड रेस्टोरेंट ओनर्स एसोसियेशन में थे। अब उनकी संस्था अलग हैं। पिछली संस्था भी इस मामले में श्रेय लेने का प्रयास कर रही है। जबकि एक अन्य संस्था के अध्यक्ष ने इस मामले से खुद को अलग बताया है। उनका कहना है कि नॉर्दर्न इंडिया एसोसियेशन ने इस मामले में पैरवी की शुरुआत की थी।
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