कोल्ड संचालक ऊर्जा खपत और आलू पर निर्भरता कम करें

− दो दिवसीय आल इंडिया कोल्ड चेन सेमिनार का शुभारंभ
- विदेशी कंपनियों लगाई नए तकनीकि उत्पादों की प्रदर्शनी 
आगरा, 15 अप्रैल। समय की मांग है कि पुराने ढर्रे को त्यागकर नई सोच के साथ शीत गृह स्वामी आगे बढ़ें। विकास चाहिए तो सिर्फ एक आलू के भंडारण पर ही निर्भर न होकर अन्य प्रजातियाें और उत्पादों पर ध्यान देना होगा साथ ही उर्जा संयत करने वाली नई तकनीक को अपनाना ही होगा। नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्री के अध्यक्ष राजेश गोयल ने इन सुझावों को देशभर से आए शीत गृह स्वामियों के समक्ष रखा। 
माल रोड स्थित होटल क्लार्क्स शिराज में शनिवार को फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय आल इंडिया कोल्ड चैन सेमिनार का शुभारंभ हुआ। देर से पहुंचे मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल ने सेमिनार में लगाई गई देशी विदेशी कंपनियों के नए तकनीकि उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन फीता काटकर किया। प्रदर्शनी में 75 से 80 देशी− विदेशी स्टॉल लगाई गई हैं। विशिष्ट अतिथि किर्लोस्कर समूह के सीईओ अमन किर्लोस्कर, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राकेश गर्ग, नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्री के अध्यक्ष राजेश गोयल, फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष गुरु, सचिव मुकेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष हसमुख गांधी, किर्लोस्कर ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट संजय ग्रोवर और राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशन आरके शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर सेमिनार के सत्रों को आरंभ किया। 
शीत गृहस्वामी बोले, फूड प्रोसेसिंग है अच्छा विकल्प 
कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में कोल्ड स्टोरेज के साथ फूड प्रोसेसिंग यूनिट में प्रसिद्धी पाने वाले हितेन सूरी ने एक उत्पाद से आधा दर्जन से अधिक उत्पादन करने की तकनीक पर अपनी राय रखी। उन्होंने बताया जो सेब बेकार समझकर फेंक दिया जाता था उसी सेब से वे जूस, चिप्स, ब्यूटी प्रोडक्ट जैसे उत्पाद बना रहे हैं। मप्र से आए अजीत वाधवानी ने कहा कि गाजर और चुकंदर का भंडारण शीत गृह के लिए एक अच्छा विकल्प आज बन चुका है। आलू के साथ भी इसका भंडारण हो सकता है। बस एयर गेप को ध्यान में रखना चाहिए। 
यू ट्यूबर भड़का रहे किसानों को 
फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद अग्रवाल ने कहा कि आज किसान और शीत गृह स्वामियों के मध्य यू ट्यूबर खाई बढ़ाने का काम कर रहे हैं। वीडियो के माध्यम से भ्रामक स्थिति बनाते हैं। जबकि आज अकेले उप्र में 2300 से अधिक शीत गृह हैं। इसी एक वर्ष में 50 से अधिक नये शीत गृहों का निर्माण हुआ है। जाेकि किसान और शीतगृहों की जुगलबंदी का अच्छा परिणाम है। गुजरात का सर्वाधिक आलू मिडिल ईस्ट के देशाें को निर्यात किया जा रहा है। दस हजार बोरी आलू प्रतिदिन निर्यात होता है। 
प्रदेश में जल्द शुरू होगी टेस्टिंग लैब
अरविंद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में जिस क्षमता से आलू उत्पादन होता है उसको देखते हुए यहां टेस्टिंग लैब होना अति आवश्यक हो चुका है। फेडरेशन की ओर से सरकार को प्रस्ताव दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को संज्ञान में भी लिया है। संभवतः आगरा में इस प्रस्ताव को मूर्त रूप दिया जा सकता है। 
तकनीकि सत्र में नये उत्पाद संग दी गई अहम जानकारी 
सेमिनार के दूसरे सत्र में किर्लोस्कर ग्रुप के सीईओ अमन किर्लाेस्कर सहित विभिन्न कंपनियों ने नये उपकरणाें की जानकारी दी। अमन किर्लोस्कर ने कहा कि नये कंप्रेशर कम से कम बिजली खपत करते हैं। वहीं राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशक आरके शर्मा ने कहा कि कोरोना काल से निपटने के लिए कोरोना वैक्सीन को स्टोर करने में शीत गृहों ने अहम भूमिका निभाई है। 
इनका किया गया सम्मान 
सेमिनार के प्रथम दिन राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशक को महेंद्र स्वरूप मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया। उद्योग कीर्ति सम्मान आशीष गुरु और हसमुख जैन गांधी को दिया गया। उद्योग रत्न सम्मान विवेक साव्ला, किरन गुब्बा, मानव सूरी, आदित्य झुनझुनवाला, यश कुमार, विपिन दीक्षित, कमल नयन फतेहपुरिया को दिया गया। यंग एंटरप्योनोर अवार्ड अनन्या अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, एक्सीलेंस अवार्ड अमर मित्तल, राजीव कंसल, जनार्दन साहू, अजीत वाधवानी, प्रविंद्र यादव, अनिल बंसल, राजन सिंह, टीएस अशाेक, माधव गोयल, नमित कुमार, वीरेंद्र राय, राजेश अरोड़ा, बलदेव राज सेठी, रोहन कुशवाह, अतुल मित्तल, तृप्ति सिंह, अजय गुप्ता को दिया गया। 
 ________________________

ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments