एपी ज्वैलर्स को जमा करना होगा पंद्रह करोड़ के कारोबार पर इनकम टैक्स!

आगरा, 25 दिसम्बर। आयकर विभाग द्वारा शहर में एपी ज्वैलर्स फर्म पर पिछले दिनों किए गए सर्वे के बाद फर्म संचालक ने पंद्रह करोड़ रुपये पर कर की देयता स्वीकार की है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी में यह दावा किया गया है। 
सूत्रों के अनुसार, एपी ज्वैलर्स पर पिछले सप्ताह तीन दिन तक चले सर्वे के बाद आयकर विभाग ने आगे की पूछताछ के लिए कारोबारी को सम्मन जारी किया था। सर्वे के दौरान जब्त किए गए लेखे-जोखे के बारे में संयुक्त आयुक्त और उपायुक्त स्तर के अधिकारियों द्वारा पिछले दो दिन से पूछताछ की जा रही थी। इसी पूछताछ में करीब पंद्रह करोड़ रुपये के ऐसे कारोबार की जानकारी सामने आई, जिस पर टैक्स जमा नहीं था। विभागीय अधिकारियों के समक्ष कारोबारी ने इस कमी को माना और इस राशि पर आयकर देना स्वीकार किया। 
विभागीय अधिकारी इसे अपनी सफलता के रूप में देख रहे हैं क्योंकि कुछ व्यापारी नेताओं द्वारा आयकर सर्वे का विरोध करते हुए बयानबाजी की जा रही थी कि सर्वे में कुछ नहीं मिला और अनावश्यक उत्पीड़न किया जा रहा है। कुछेक क्षेत्रों में सर्राफा कारोबारियों ने दुकानें बंद रखकर भी विरोध जताया था।
बता दें कि पिछले रविवार की देर रात्रि सम्पन्न हुए सर्वे के तुरंत बाद जांच टीमों और कारोबारी के बीच डिस्क्लोजर को लेकर सहमति नहीं बन सकी थी। इसके बाद आयकर विभाग ने सर्वे समाप्त कर व्यापारी को सम्मन भेजने का निर्णय लिया था। 
सूत्रों का दावा था कि जांच टीमों को हिसाब-किताब में गड़बड़ियां मिलीं। लेकिन कारोबारी इस बारे में तुरंत बयान दर्ज कराने को तैयार नहीं था। कारोबारी ने अग्रिम कर में राशि अधिक जमा करने का आश्वासन देकर टाल दिया था।
इसके बाद अगली प्रक्रिया अपनाते हुए विभाग ने सम्मन  भेजा और हिसाब-किताब में मिले अंतर को आधार बनाकर पूछताछ की गई और उसी आधार पर पंद्रह करोड़ रुपये की पर टैक्स देयता तय की गई।
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