डमरू और बर्तन छोड़ने को तैयार नहीं हुईं अघोरी साध्वी चंचल नाथ, ताजमहल के गेट से वापस लौटीं

आगरा, 07 नवम्बर। हरियाणा के करनाल निवासी अघोरी साध्वी चंचल नाथ को डमरू और खाने का बर्तन साथ रखने के कारण गुरुवार को ताजमहल में प्रवेश नहीं मिल सका। सुरक्षाकर्मियों ने उनसे इन्हें लॉकर में रखने को कहा, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुईं और ताजमहल को बिना देखे ही लौट गईं।
सोशल मीडिया पर काफी चर्चित रहने वाली साध्वी चंचलनाथ को महंत चंचल योगी नाथ, अघोरी साध्वी चंचल नाथ या चंचल माता के नाम से भी जाना जाता है।लंबी जटाओं के जूड़े और साधना की स्टाइल से वो चर्चा में रहती हैं।  
गुरुवार की दोपहर ताजमहल देखने पहुंचीं। उनके हाथ में त्रिशूल और डमरू होने पर एएसआई और सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें गेट पर रोक दिया।
साध्वी ने त्रिशूल और डमरू को बाहर रखवा दिया। इसके अलावा उनके पास एक बर्तन और था। इसे वह अपने साथ ले जाना चाहती थी। उन्होंने कहा कि वह इस बर्तन में भोजन करतीं हैं। इस पर सुरक्षाकर्मियों ने आपत्ति जताई। लेकिन वह बर्तन बाहर रखने को तैयार नहीं हुईं और बिना ताज देखे वापस लाैट गईं।
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