ऑटोमोबाइल कारोबारी से पूर्व सहयोगी ने मांगी दस लाख की रंगदारी, खुद को बताया रॉ का एजेंट!

आगरा, 19 अक्टूबर। शहर पिछले कुछ दिनों में रंगबाजी ले मामले अचानक बढ़ गए हैं। फुटवियर निर्यातक और डेयरी मालिक से रंगदारी मांगे जाने की खबरों के बाद अब ऑटोमोबाइल पार्ट्स कारोबारी से दस लाख रुपये की रंगदारी मांगे जाने का मामला सामने आया है।
आरोप है कि यह रंगदारी कारोबारी के हो पूर्व सहयोगी ने स्वयं को रॉ एजेंट बताते हुए मांगी। न्यायालय के आदेश पर थाना न्यू आगरा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खबरों के मुताबिक, ऑटोमोबाइल कारोबारी दीपेश गोयल नरैन कूलिंग टेक्नोलॉजीज प्रा. लि. के निदेशक और कल्याण डिफ़्टेक एलएलपी के साझेदार हैं। उन्होंने मानस कुमार मन्ना को अपनी फर्म में सलाहकार और बिजनेस कंसल्टेंट के तौर पर नियुक्त किया था। मानस ने खुद को “वी.पी. कॉरपोरेट अफेयर्स” बताकर ईमेल और फोन के माध्यम से ग्राहकों और सप्लायर्स से संपर्क किया। इस दौरान उसे कंपनी के संवेदनशील व्यापारिक डाटा तक पूरी पहुंच मिल गई। कुछ समय बाद मानस ने ऑफिस आना बंद कर दिया। 
दीपेश गोयल ने बाद में जांच करने पर पाया कि मानस महत्वपूर्ण डाटा चोरी कर अन्य कंपनियों को भेज रहा था। इस पर गोयल ने उसे नौकरी से हटा दिया और संबंधित ईमेल तथा मोबाइल फोन सुविधाएं बंद कर दीं।
शिकायत में कहा गया है कि नौकरी से हटाए जाने के बाद मानस ने व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए धमकियां देना शुरू कर दीं। आरोप है कि उसने दस लाख रुपये की चौथ मांगी और खुद को ‘रॉ एजेंट’ बताकर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। साथ ही व्यापार चौपट करने और झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी। इस पर दीपेश ने पुलिस से सुरक्षा और न्याय की मांग की। पुलिस की धीमी कार्रवाई देख उन्होंने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर न्यू आगरा थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर सभी तकनीकी और डिजिटल साक्ष्यों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया। पुलिस का कहना है कि आरोप सही पाए जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
____________________________________

ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments