सरकार पर गुमराह करने का आरोप, जीएसटी की नई दरों से बच्चों की कॉपी-किताब महंगी होंगी, पेपर पैकिंग एसोसियेशन ने भी विसंगति पर उठाए सवाल
आगरा, 05 सितम्बर। जीएसटी की दरें घटाकर दो स्लैब बनाए जाने से उत्साहित व्यापारियों को अब इसमें खामियां भी नजर आने लगी हैं। आगरा कागज व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष विजय बंसल ने सरकार पर जनता को "घुमाने" का आरोप लगाया है।
एक बयान में उन्होंने कहा कि नई केंद्रीय नीति में सरकार ने बच्चों की कॉपी, किताब के बस्ते को मंहगा कर दिया है जबकि सरकार प्रचार कर रही है कि उसने कॉपी को करमुक्त कर दिया है, जिससे कॉपी सस्ती हो जायेंगी।
विजय बंसल ने कहा कि वस्तु स्थिति तो यह है कि कर मुक्त वस्तु पर इनपुट टैक्स क्रेडिट नहीं मिलता है और कागज पर कर की दर 18 प्रतिशत कर दी गई है। इससे कॉपी निर्माता को 18 प्रतिशत जीएसटी देकर कागज खरीदना पड़ेगा और यह जीएसटी की धनराशि उसकी लागत मूल्य का ही हिस्सा होगी। पहले वह 12 प्रतिशत पर कागज खरीदकर 12 प्रतिशत पर ही कॉपी बेचता था, उसे कर की धनराशि केवल निर्माण लागत पर ही सरकार को जीएसटी के रूप में देनी होती थी, किंतु नई जीएसटी की दरों के अनुसार उसे 18 प्रतिशत खरीद पर देना होगा इस प्रकार बच्चों की कॉपी 6 प्रतिशत से भी अधिक महंगी हो जायेगी। सही मायनों में अप्रत्यक्ष रूप से कागज पर जीएसटी की उच्च दरों के कारण कॉपी और किताब दोनों ही 6 प्रतिशत तक महंगी हो जायेंगी।
पेपर पैकिंग एसोसियेशन ने
विसंगति पर उठाए सवाल
आगरा पेपर पैकिंग एसोसियेशन की शुक्रवार को हुई बैठक में कहा गया कि सरकार ने डिब्बे पर टैक्स 12% से 5% कर दिया, लेकिन एक विसंगति भी जोड़ दी। सरकार ने डिब्बे बनाने के इस्तेमाल होने वाला कागज पर टैक्स 12% से बढ़ाकर 18% कर दिया जो एक निर्माता के लिए 13% का अंतर है उसे निर्माण इकाईयां किस प्रकार व्यय करेंगी।
बैठक में एक स्वर से सरकार से मांग की गई कि कागज पर भी टैक्स 5% किया जाए, जिससे इन इकाइयों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े और यह सुचारू रूप से चल सकें।इसी संदर्भ में एसोसियेशन का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना एवं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेगा।
बैठक की अध्यक्षता प्रदीप पुरी ने की। संचालन महामंत्री बंटी ग्रोवर ने किया। बैठक में प्रदीप अग्रवाल, नितिन शर्मा, ब्रज मोहन अग्रवाल, प्रवीण तलवार, नवीन जैन, गुड्डू बंसल, शैलेंद्र, अंकुर महाजन, अर्पित जैन, अर्पित बंसल, सागर सचदेवा उपस्थित रहे।
होम्योपैथी दवा विक्रेताओं में खुशी
आगरा होम्योपैथिक कैमिस्ट फेडरेशन की एक बैठक हुई जिसमें होम्योपैथी की दवाओं को 12% से 5% जीएसटी की श्रेणी में लाने पर सभी होम्योपैथी दवाओं के विक्रेताओं ने खुशी व्यक्त की। संयोजक डॉ आशीष ब्रह्मभट्ट ने कहा कि होम्योपैथी गरीबों की पैथी है उनकी ये पिछले कई वर्षों मांग रही है कि इसको कर मुक्त किया जाये। सरकार ने इस पर जीएसटी कम करके थोड़ी राहत दी। बैठक में के के गर्ग, डॉ विनय जैन, विवेक जैन, डॉ भारत भूषण, गोपाल राठौर मौजूद रहे।
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