चार सौ टूरिस्ट गाइडों के समक्ष आजीविका का संकट

आगरा, 26 अगस्त। प्रदेश के पर्यटन विभाग की हीलाहवाली से 2009-10 बैच के लगभग चार सौ राज्य स्तरीय पर्यटक गाइडों की आजीविका पर संकट खड़ा हो गया है। इन गाइडों के लाइसेंस की अवधि समाप्त हो चुकी है और लगभग डेढ़ माह से अधिक का समय बीत जाने पर भी नवीनीकरण नहीं किया गया। इनमें अधिकांश गाइड ताजनगरी के हैं।
कई टूर ऑपरेटर अपडेटेड गाइड लाइसेंस के बिना गाइडों को काम नही देते हैं, जिसका सीधा असर गाइडों की आजीविका पर पड़ता है।
बताया जाता है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित प्रावधानों के अनुसार, लगभग डेढ़ महीने पहले इन गाइडों के लाइसेंस नवीनीकरण के लिए लखनऊ मुख्यालय भेजे गए थे। प्रत्येक गाइड द्वारा पुलिस सत्यापन प्रमाण पत्र भी विभाग में जमा कराया जा चुका है, यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा उत्तर प्रदेश के संरक्षित स्मारकों में काम करने के लिए इन लाइसेंसों को अनुमोदित करने की पूर्व शर्त के रूप में आवश्यक भी है।
टूरिस्ट गाइड वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने आरोप लगाया कि नवीनीकरण के लिए गाइडों की सूची लगभग डेढ़ माह पहले लखनऊ मुख्यालय भेज दी गई थी, लेकिन अभी तक मान्यवर काशीराम संस्थान को रिफ्रेशर कोर्स के लिए सूची नहीं भेजी गई है।
दीपक दान ने प्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम को पत्र लिख कर कहा कि इस प्रकार की असंवेदनशीलता चिन्ता का विषय है, क्योंकि इससे गाइडों की आजीविका सीधे तौर प्रभावित होती है। पत्र में गाइडों के लाइसेंसों का शीघ्र नवीनीकरण कराए जाने का अनुरोध किया गया है।
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