वैश्वीकरण, उदारीकरण के दौर में खतरा बढ़ा है, उद्योगों को स्वयं को फिट रखना होगा- प्रो बघेल || युवाओं को रोजगार प्राप्त करने वाला नहीं, देने वाला बनना होगा- पूरन डावर, एमएसएमई कॉन्क्लेव में उद्योगों पर मंथन
आगरा 13 जुलाई। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल ने रविवार को यहां कहा कि देश की खुशहाली का रास्ता खेत, खलिहान के साथ ही एमएसएमई सेक्टर से होकर जाता है। वैश्वीकरण, उदारीकरण के दौर में खतरा बढ़ा है, इसलिए उद्योगों को स्वयं को बाजार के अनुरूप रखना होगा। उन्होंने कहा कि सर्वाइवल और फिटेस्ट की पुरानी थ्योरी उद्योगों पर भी लागू होती है।
प्रो बघेल फतेहाबाद रोड स्थित एक होटल में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की फुटवियर एवं चमड़ा उद्योग विकास परिषद द्वारा आयोजित एमएसएमई कॉन्क्लेव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में उद्योगों के लिए स्वर्णिम काल चल रहा है। उद्योगों को जमकर बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री की मेक इन इंडिया योजना का प्रभाव दिखाई देने लगा है।
फुटवियर एवं चमड़ा उद्योग विकास परिषद के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि वर्ष 1947 की आजादी भौगोलिक थी। आर्थिक आजादी की लड़ाई अभी जारी है। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में 55 प्रतिशत रोजगार एमएसएमई सेक्टर देता है। सर्वाधिक संभावनाएं एमएसएमई में हैं। आगरा में भी नया शहर विकसित होने जा रहा है, जहां एमएसएमई उद्योगों के लिए कई अवसर मिलेंगे। युवाओं को रोजगार प्राप्त करने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनना चाहिए। कम पूंजी से भी हर घर से एक स्टार्टअप निकाला जा सकता है।
एमएसएमई विकास संस्थान के संयुक्त आयुक्त आर के भारती ने कहा कि शहर के सफल उद्यमियों को छोटे उद्यमियों का हाथ पकड़ कर आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए।
संयुक्त आयुक्त उद्योग अनुज कुमार ने उद्योगों को सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं, सब्सिडी की जानकारी दी। लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष विजय गुप्ता ने कहा कि टीटीजेड में उद्योगों पर लगी बंदिशों के खिलाफ अब जनजागरण की जरूरत है। स्टेट बैंक के डीजीएम संजय कुमार सिंह ने एमएसएमई सेक्टर को बैंकों द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। उद्यमी राजेश गर्ग ने शहर में उद्योगों के स्थायित्व की वकालत की। आगरा हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिऐशन के अध्यक्ष रजत अस्थाना ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर एफमेक के महासचिव राजीव वासन, नेशनल चैंबर के उपाध्यक्ष संजय कुमार गोयल, सिफी के प्रदेशाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह लवली, फेडरेशन ऑफ शू फैक्टर्स के अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली, आगरा शू फेडरेशन के अध्यक्ष विजय सामा भी मंचासीन रहे।
कॉर्पोरेट काउंसिल फॉर लीडरशिप एंड अवेयरनेस के महासचिव अजय शर्मा एवं संयोजक बृजेश शर्मा ने व्यवस्थाएं संभाली। संचालन तरुण शर्मा ने किया।
सस्ती गैस पाने के लिए
कुछ उद्योगों ने ही शहर के
उद्योगों को रोका- पूरन डावर
उदघाटन सत्र के बाद पैनल डिस्कशन में भी उद्योगों के हितों और विकास की चर्चा की गई। इस चर्चा में भाग लेते हुए पूरन डावर ने फुटवियर उद्यमियों को नॉन लैदर सेक्टर में संभावनाएं तलाशने पर जोर दिया। टीटीजेड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ उद्योगों द्वारा स्वयं को सस्ती गैस प्राप्त करने के लिए अन्य उद्योगों के विस्तार पर रोक लगाने के प्रयास किए गए। उन्होंने उद्योगों में प्रदूषण की रियल टाइम जांच पर जोर दिया।
आर के भारती ने विश्व की जरूरतों के अनुरूप उत्पाद करने पर जोर दिया। पैनल डिस्कशन में संजय कुमार सिंह, उपेंद्र सिंह लवली, रजत अस्थाना, विजय सामा, नकुल मनचंदा ने भी उद्योगों की जरूरतों की चर्चा की।
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