.... और बाल्टियां लेकर वाटर वर्क्स और नगर निगम पहुंच गए लोग!
आगरा, 25 सितंबर। शहर में पिछले दस दिन से चल रहे पेयजल संकट को लेकर बुधवार को राजनगर, यमुनापार, लोहामंडी आदि क्षेत्र के लोगों ने वाटरवर्क्स पर बाल्टियां लेकर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए सरकार से पानी की मांग की। उधर, शहर कांग्रेस के कार्यकर्ता बाल्टी, भगौने लेकर नगर निगम पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए नगरायुक्त व महापौर पर लापरवाही के आरोप लगाए।
बुलंदशहर के पालड़ा में गंगाजल के लिए लगाए गए हेड रेगुलेटर का गेट टूट जाने के कारण पहले सात दिन और अब दो दिन तक शहर के लाखों लोग प्यासे हैं। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इसमें सिंचाई विभाग के इंजीनियरों की लापरवाही सामने आई है। सिंचाई विभाग के इंजीनियरों ने गेट टूटने के बाद मशीनरी और व्यवस्थाओं को तैयार किए बिना ही पानी रोक दिया। बंधा बनाने के लिए जेवर से पाइलिंग शीट तब मंगवाई गई, जब डीएम और नगर आयुक्त ने प्रमुख सचिव सिंचाई से आगरा में बिगड़ रहे हालात की जानकारी दी।
बुलंदशहर के पालड़ा में सिंचाई विभाग ने दो बार बंधा बनाया जो दोनों बार पानी के बहाव में बह गया।
मंगलवार को जब पानी नहीं आया तो नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता को पालड़ा भेजा। वहां पानी की व्यवस्था न देखकर उन्होंने रिपोर्ट दी। इसके बाद डीएम और नगर आयुक्त ने प्रमुख सचिव सिंचाई से बात की। उसके बाद सिंचाई विभाग के अधिकारी पालड़ा पहुंचे और जेवर से पाइलिंग शीट मंगवाई गई। जेवर से शीट आने के बाद तब बंधा बनाने का काम शुरू किया गया। इससे पहले छह दिन में गेट लगा सके थे, जबकि पूर्व में महज एक दिन में ही नया गेट लगाया गया है। इस बार इंजीनियरों की लापरवाही से आगरा के लोग आठ दिन से गंगाजल का संकट झेल रहे हैं।
ताजा संकट के बारे में नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल का कहना है कि हालात में सुधार हुआ है। उम्मीद है कि बुधवार शाम तक गंगाजल आ जाएगा। ऐसा दोबारा न हो, इसके लिए हम व्यवस्था में बदलाव करेंगे।
_______________________________
Post a Comment
0 Comments