30 प्रतिशत भारतीय उच्च रक्तचाप से पीड़ित || चिकित्सकों ने की प्रभावी प्रबंधन पर चर्चा
आगरा, 12 अगस्त। संजय प्लेस स्थित एक होटल में रविवार को भारतीय उच्च रक्तचाप अनुसंधान सोसायटी द्वारा आयोजित "उच्च रक्तचाप संगोष्ठी" में विशेषज्ञों ने उच्च रक्तचाप के प्रभावी प्रबंधन पर गहन चर्चा की। कहा गया कि वर्तमान में तीस प्रतिशत भारतीय उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं।
चिकित्सकों ने उच्च रक्तचाप के कारण होने वाले स्वास्थ्य खतरों पर भी प्रकाश डाला, जिनमें हृदय रोग, स्ट्रोक और गुर्दे की बीमारियां शामिल हैं। संगोष्ठी में बताया गया कि कैसे जीवनशैली में बदलाव, जैसे आहार में सुधार, नियमित व्यायाम, और तनाव प्रबंधन, उच्च रक्तचाप की रोकथाम और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन डा सीआर रावत ने बताया कि संगोष्ठी में 140 से अधिक हृदय रोग विशेषज्ञ और चिकित्सक शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान, नवीनतम शोध और आंकड़ों पर आधारित दिशा-निर्देश प्रस्तुत किए गए, जिनका पालन करके चिकित्सक उच्च रक्तचाप के मरीजों का बेहतर इलाज कर सकते हैं।
संगोष्ठी के प्रमुख वक्ताओं में डॉ. सी. आर. रावत, डॉ. शम्मी कालरा, डॉ. राजेंद्र बंसल, प्रो डॉ ए के गुप्ता , डॉ. रजत रावत, डॉ. शुभम जैन, डॉ. विनीत गर्ग, डॉ. कार्तिकेय शर्मा, डॉ. चंदन कुमार, और डॉ. वर्तुल गुप्ता, डॉ सुभाष चंद्रा (विभागाध्यक्ष कार्डियोलॉजी, सैफई मेडिकल कॉलेज), डॉ चंदन कुमार, डॉ वरुण, डॉ सुशांत धवन, डॉ शुभम सिंघल शामिल थे। अंत में सभी प्रतिभागियों ने उच्च रक्तचाप के खिलाफ सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर जोर दिया और भविष्य में इस दिशा में और अधिक शोध और सहयोग की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
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