Agra News: खबरें आगरा की...
आगरा, 08 जुलाई। विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे ने विगत दिवस लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर भेंट की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री के समक्ष आगरा–फिरोजाबाद जनपद की जन समस्याओं को रखा और विकास कार्यों पर चर्चा की।
शिवहरे ने नगर विकास व ऊर्जा मंत्री और आगरा के प्रभारी एके शर्मा से भी मुलाकात की और उन्हें जनसमस्याओं से अवगत कराया।
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आगरा, 08 जुलाई। नारायण हरि सरकार उर्फ भोले बाबा उर्फ सूरज पाल सिंह के यहां केदारनगर शाहगंज स्थित बंद पड़े घर के बाहर एक व्यक्ति ने सोमवार को धरना शुरू कर दिया। उसकी मांग है कि हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में सौ से अधिक लोगों के मारे जाने के बाद प्रवचनकर्ता नारायण हरि सरकार को गिरफ्तार किया जाए।
धरने पर बैठे कृष्ण गोपाल उपाध्याय ने इस दौरान सुंदर कांड का पाठ भी किया। उन्होंने दुःख जताते हुए कहा कि घटना को छह दिन बीत गए, लेकिन अभी तक किसी ने हादसे की जिम्मेदारी नहीं ली है। भोले बाबा को इस हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वह ही सत्संग के लिए सभी को निर्देश देते हैं। उनकी गिरफ्तारी न होने तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। कृष्ण गोपाल ने मांग की कि बाबा के आश्रमों को बेचकर मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये की धनराशि दी जाए।
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कायस्थ महासभा ने जताया केंद्रीय राज्य मंत्री का आभार
आगरा, 08 जुलाई। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की जिला शाखा ने मर्चेंट नेवी के इंजीनियर चाणक्यपुरी शाहगंज निवासी अनिल श्रीवास्तव के पार्थिव शरीर को चीन से कठिन नीति होने के बावजूद जल्द आगरा मंगाने में केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की है।
जिलाध्यक्ष रमेश श्रीवास्तव, सुमित सक्सेना, नितिन जौहरी, संजीव श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, डॉ श्रीकांत कुलश्रेष्ठ, सुभाष सक्सेना, अंबेश श्रीवास्तव, विशाल कुलश्रेष्ठ, संचित कुलश्रेष्ठ, हरिओम कुलश्रेष्ठ, दिनेश श्रीवास्तव आदि ने एक संयुक्त बयान में केंद्रीय मंत्री बघेल का आभार जताया।
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आगरा, 08 जुलाई। परीक्षा की तैयारी के लिए दो और महीने का समय दिए जाने की मांग कर रहे बीएएमएस के छात्र छात्राओं ने सोमवार को डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में धरना-प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि उनका पाठ्यक्रम पूरा हुए बिना ही परीक्षा की तिथियां घोषित कर दी गईं हैं, इससे उनके भविष्य के लिए संकट उत्पन्न हो गया है। परीक्षा नियंत्रक ऑफिस के बाहर धरने पर बैठे 2018-19 बैच के छात्रों का कहना था कि विश्वविद्यालय छह महीने में ही परीक्षा कैसे करा सकता है, जबकि सिलेबस पूरा नहीं हुआ है।
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