नशा मुक्ति केंद्रों के हालात देख अचंभित रह गई स्वास्थ्य विभाग की टीम!

आगरा, 21 मई। स्वास्थ्य विभाग ने खंदारी के केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड पर स्थित नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण किया तो हालात ऐसे नजर आए कि  निरीक्षण टीम भी अचंभित रह गई। 
टीम ने मंगलवार को पहलवान नशा मुक्ति केंद्र राजीव नगर एवं उजाला नशा मुक्ति केंद्र आदेश नगर कॉलोनी, मौजा मऊ के निरीक्षण के दौरान पाया कि केंद्र को कोई भी रजिस्ट्रेशन नहीं था, रोगियों का कोई भी इलाज से सम्बंधित प्रपत्र उपलब्ध नहीं थे। केन्द्रों पर कोई भी योग्य चिकित्सक व स्टाफ उपलब्ध नहीं था। केंद्र पर बहुत पुराने मरीज भी भर्ती पाए गये। केंद्र पर मानसिक स्वास्थ्य देखरेख अधिनियम (MHA 2017) के मानको का उल्लंघन होता पाया गया। मरीजों ने संचालकों द्वारा मारपीट करने की शिकायत भी टीम को दर्ज कराई।
निरीक्षण टीम ने पाया कि केन्द्रों पर मनोचिकित्सीय दवाएं दी जा रही है, परन्तु केंद्र संचालक द्वारा किसी भी मनोचिकित्सक का परामर्श पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया है। केंद्र पर नशा मुक्ति के लिए उपलब्ध दवाएं  नहीं मिली। 
केंद्र पर संचालक द्वारा बताया गया कि रोगी को बीड़ी एवं तम्बाकू उपलब्ध करायी जाती है। केंद्र पर किसी भी स्टाफ नर्स, क्लिनिकल साईंक्लोजिस्ट, योगा टीचर नहीं पाए गये। मरीजों को पृथक बिस्तर, वेंटिलेशन, मनोरंजन के साधन उपलब्ध नहीं है। सभी मरीज एक हॉल में जमीन पर सोते हैं। पर्याप्त संख्या में शौचालय की व्यवस्था नहीं पाई गयी। मरीजों से खाना बनवाया जाता है व बर्तन धुलवाए जाते हैं। खाने की गुणवत्ता निम्न स्तर की पाई गई। मरीजों के लिए चिकित्सीय जाँच एवं डिजिटल रजिस्टर की अनुपलब्धता है। मरीजों की भर्ती से सम्बंधित केस शीट उपलब्ध नहीं है। केंद्र पर किसी प्रकार की आकस्मिक चिकित्सा सेवा की कोई व्यवस्था नहीं है।
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