सर्राफा बाजार के लिए सरकारी योजनाओं से लेकर वैश्विक बाजार में व्यापार करने के दिए टिप्स

आगरा, 17 मार्च। वर्ष 2023 में देश का पहला इंडियन इंटरनेशनल बुलियन एक्सचेंस (आईआईबीएक्स) बनने से सर्राफा व्यापार को वैश्विक बाजार मिला है। विश्व के सभी देशों में सोने व चांदी के आयात व निर्यात के रास्ते खुले हैं। भारत के सर्राफा व्यापारियों को इसका भरपूर लाभ उठाना चाहिए। भारत में चांदी की ज्वैलरी की 70 फीसदी मैन्यूफैक्चरिंग ताजनगरी में होती है। भविष्य में भारत का चांदी का व्यापार विश्व स्तर पर सोना साबित होगा। बशर्ते सही व योजनाबद्ध तरीके से वैश्विक बाजार में उतरा जाए।
यह जानकारी सर्राफा बाजार से जुड़े विशेषज्ञों ने शनिवार को वैश्विक स्तर पर देश के सर्राफा बाजार को मजबूती दिलाने के उद्देश्य से संजय प्लेस स्थित एक होटल में इब्जा कॉनक्लेव के दौरान व्यापारियों के साथ साझा की। कॉनक्लेव का आयोजन इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन, आगरा सर्राफा मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन, आगरा सर्राफा एसोसेशन व श्री सर्राफा कमेटी आगरा के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। 
कार्यक्रम का शुभारम्भ सभी पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस दौरान बताया गया कि वर्ष 2023 से पहले देश के सर्राफा व्यापारी लंदन बुलियन एक्सचेंज पर निर्भर थे। वे अन्य देशों में सोने-चांदी का निर्यात भी नहीं कर सकते थे। पीएमएस स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि कैसे अपने उत्पाद की प्रदर्शनी करके व्यापार को बढ़ाया जा सकता है। देश में प्रदर्शनी के लिए केंद्र सरकार अनुदान भी प्रदान कर रही है। जिससे छोटा व्यापारी भी सुगमता से विश्व स्तर पर अपना व्यापार कर सके। इब्जा के राष्ट्रीय सचिव (मुम्बई) सुरेन्द्र मेहता ने सर्राफा बाजार की सरकारी योजनाओं व समस्याओं के निवारण के बारे में जानकारी दी। इब्जा के नार्थ इंडिया हेड अनुराग रस्तोगी ने बताया कि एक छोटा ज्वैलर किस प्रकार कॉरपरेट जगत से प्रतिस्पर्धा करने के लिए हॉलमार्क को पूरी तरह अपनाकर भारत सरकार की नियमावली को पालन करते हुए समय की चाल के साथ खुद को नए बदलाव की ओर अग्रसर करे। इब्जा के राष्ट्रीय स्किल्ड डवलपमेंट काउंसिल के निदेशक मनोज पुण्डीर ने कहा कि चांदी व्यापार में योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की आवश्यकता है। आने वाले समय में भारत का चांदी व्यापार भविष्य का सोना साबित होगा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से इब्जा के राष्ट्रीय सचिव सुरेन्द्र मेहता, नार्थ इंडिया हेड नुराग रस्तोगी, आईआईबीएक्स के निदेशक अशोक गौतम, एसएसआई के निदेशक श्रीकांत, अस्मा के अध्यक्ष बृजमोहन रैपुरिया, श्रीसर्राफा कमेटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता, आगरा सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल, इब्जा के अध्यक्ष धीरज वर्मा, इब्जा के निदेशक निर्मल जैन, शीतल जैन,  ज्वैलर्स एसोसिएशन बैंगलोर के उपाध्यक्ष सुरेश कुमार गन्ना, इब्जा के स्किल डवलपमेंट प्रदेशाध्यक्ष प्रभात अग्रवाल, भारतीय मानक ब्यूरो से तरुण दीक्षित, सोमदत्त सोनकर आदि उपस्थित थे। 
एसएसआई (सिल्वर शो ऑफ इंडिया) के निदेशक श्रीकांत अर्श ने बताया कि 7-10 जून 2024 तक जीओ वर्ल्ड कनवेन्सन सेंटर मुम्बई में प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 18 हजार घरेलू विजिटर व 28 सों के 282 विदेशी विजिटर भी भाग लेंगे।
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