जनक महल विवाद में अब लिखित समझौता, शुक्रवार से लागू कराने का भी दावा

आगरा, 14 सितम्बर। जनकपुरी संजय प्लेस में जनक महल का विवाद पूरी तरह नहीं निपट पाया है। महोत्सव समिति ने गुरुवार को फिर समझौते के प्रयास किए और इस बार एक लिखित सहमति पत्र तैयार कर सभी बिंदु तय किए गए। शाम को दावा किया गया कि दोनों पक्षों में सहमति बन गई है और जनकमहल का कार्य अवरोधस्थल पर शुरू करा दिया जायेगा। महल निर्माणकर्ता से देर रात्रि में काम लगाने को कहा गया, लेकिन उसने सुबह समिति के पदाधिकारियों के सामने ही काम शुरू कराने की बात कह दी। अब देखना होगा कि शुक्रवार को यहां काम शुरू हो पाता है या नहीं।
दरअसल बुधवार की सायंकाल भी समिति के कुछ पदाधिकारियों ने गतिरोध समाप्त हो जाने का दावा किया था और इसकी सूचना मीडिया में भी दे दी गई थी, लेकिन दुकानदारों के बार-बार पलट जाने से आशंकित जनकपुरी महोत्सव समिति ने गुरुवार को सभी वायदे लिखित में लेने-देने की योजना बनाई। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने सहमति पत्र ड्राफ्ट किया और समिति व दुकानदारों के समक्ष उसे रख दिया। दोनों ओर से कुछ बातों को और जोड़ा गया। उसके बाद दुकानदारों और समिति के अध्यक्ष, वरिष्ठ महामंत्री आदि ने इस सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। कुछ अन्य के हस्ताक्षर गवाहों के रूप में कराए गए। इसके बाद इस पत्र की प्रतिलिपि थाना हरीपर्वत में भी दे दी गई।
इस बीच शाम को समिति के अध्यक्ष ने जनक महल निर्माता से आज ही रात्रि बारह बजे बाद कार्य शुरू कराने के लिए कहा। निर्माता ने पूछा कि क्या वे या अन्य पदाधिकारी रात में मौजूद रहेंगे, इस पर उन्होंने कह दिया कि वे सुबह आ जायेंगे। यह सुनकर महल निर्माता ने रात में काम लगाने से मना कर दिया। उसका कहना था कि इस विवाद से निर्माण कार्य में काफी विलंब हो चुका है। यदि जल्द अवरोध खत्म नहीं हो पाया तो समय सीमा में काम पूरा करना मुश्किल हो जायेगा।
शुक्रवार की शाम को होगी वृहद बैठक
जनकपुरी के वित्तीय मामलों समेत अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर समिति की गुरुवार को प्रस्तावित बैठक अब शुक्रवार को शाम साढ़े चार बजे से आहूत की गई है। समिति के व्हाट्स एप ग्रुप में इसकी सूचना दे दी गई है। इस बीच समिति के एक पदाधिकारी ने कहा कि तैयारियां तेजी से चल रही हैं। एक मीडिया प्रबंधक और एक स्मारिका लेखक से भी कार्य की राशि तय हो गई है।
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