अधिकारियों की चुप्पी पर महापौर ने कथित सड़क घोटाले में खुद जांच कमेटी गठित की
आगरा, 03 दिसंबर। नगर निगम द्वारा हेमा पेट्रोल पंप से पश्चिमपुरी चौराहे तक किए गए सड़क निर्माण में सामने आए कथित घोटाले के मामले में बुधवार को एक नया मोड़ आ गया। अधिकारियों की चुप्पी और पक्ष-विपक्ष के पार्षदों की मांग को देखते हुए महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने खुद जांच कमेटी गठित कर दी।
बीते दिनों उजागर हुए इस कथित घोटाले को लेकर नगर निगम में माहौल काफी गर्म था। सदन में पार्षदों द्वारा हंगामा किया गया था और पूरे मामले की जांच करने के लिए भाजपा पार्षदों ने मांग की थी। इसके बाद महापौर ने सदन में नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल से जांच कमेटी गठित करके पूरे प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए थे। महापौर ने खुद मौके पर जाकर भी निगम के अधिकारियों के साथ सड़क का स्थलीय निरीक्षण किया था, जिसमें सड़क निर्माण और क्षेत्रीय लोगों द्वारा बातचीत के आधार पर काफी गड़बड़ियां पाई गई थीं। महापौर ने नगरायुक्त को जांच कमेटी गठित करने के निर्देश दिए थे। लेकिन निगम के अधिकारियों द्वारा इस मामले में कोई जांच कमेटी गठित न करने और उदासीनता दिखाने पर महापौर ने खुद ही जांच कमेटी गठित कर दी।
महापौर ने बुधवार को नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल को लिखे पत्र में लिखा कि मीडिया द्वारा उजागर किए गए सड़क निर्माण में गड़बड़ी के मामले उनके द्वारा दिनांक 24.11.2025 एवं दिनांक 26.11.2025 पत्र लिखा गया था, जिनका सन्दर्भ ग्रहण करें। वर्णित प्रकरण की जाँच कमेटी गठित कराते हुए तीन दिन में आख्या उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये थे। वर्णित प्रकरण में आपके स्तर से कमेटी गठित न किया जाना नगर निगम की उदासीनता परिलक्षित हो रही है तथा जन-सामान्य एवं सम्मानित पार्षदों के मध्य पारदर्शिता प्रदर्शित नहीं हो पा रही है तथा नगर निगम की छवि धूमिल हो रही है। पत्र में मेयर ने कहा कि उनके द्वारा पार्षदों एवं अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ हेमा पेट्रोल पम्प से पश्चिमपुरी को जाने वाले मार्ग एवं रोड पटरी तथा नाले का निरीक्षण भी किया गया था जिसमें मौके पर भ्रष्टता की परतें खुलती पायी गईं। वर्तमान में कार्यवाही न होने के कारण नगर निगम की जनता के मध्य विश्वसनीयता कम हो रही है। अतः वह पार्षदों एवं अधिकारियों की संयुक्त कमेटी गठित कर रही हैं, जो तीन दिवस में वर्णित प्रकरण की जांच करते हुए अपनी आख्या प्रस्तुत करेगी।
महापौर ने जांच कमेटी में पार्षद हेमंत प्रजापति, विपक्षी पार्षद यशपाल सिंह, पार्षद प्रवीना राजावत, पार्षद रवि करौतिया, पार्षद वीरेंद्र लोदी, अपर नगर आयुक्त, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी और अधिशासी अभियन्ता अरविन्द श्रीवास्तव को शामिल किया है।
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