आगरा में थम नहीं रहे साइबर अपराध, महिला और सेवानिवृत कर्मचारी से 37 लाख से अधिक की ठगी

आगरा, 06 नवम्बर। जिले में ऑनलाइन ठगी के दो और मामले सामने आए हैं। एक मामले में खुद को यूनाइटेड किंगडम में रहने वाला डॉक्टर बताने वाले साइबर अपराधी ने महिला को लालच में फँसाकर तीस लाख रुपये से अधिक की ठगी कर ली। दूसरे मामले में एक सेवानिवृत्त कर्मचारी के खाते से साइबर अपराधियों ने 7.35 लाख रुपये निकाल लिए।
खबरों के अनुसार, छत्ता थाना क्षेत्र निवासी मेघा को इंस्टाग्राम पर नए लोगों से बातचीत करने का शौक था। विगत 17 अक्टूबर को उन्हें एक अंजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। उसने अपना नाम डॉ. खान बताया और कहा कि वह यूके में डॉक्टर है। धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी, मेघा ने मोबाइल नंबर साझा कर लिया। कुछ दिनों बाद उसी व्यक्ति ने कॉल कर कहा कि वह दोस्ती में एक “गिफ्ट पार्सल” भेज रहा है। पहले तो मेघा को शक हुआ, लेकिन डॉक्टर ने वीडियो कॉल पर पार्सल दिखाया। जिसमें 25 तोला सोना, एक आईफोन, दो सूट, एक पर्स और 2500 पाउंड दिखाए। इतना महंगा गिफ्ट देखकर मेघा लालच में आ गई और पार्सल आने का इंतजार करने लगी। कुछ दिनों बाद मेघा के पास कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को कस्टम विभाग का अधिकारी बताया। उसने कहा कि पार्सल में अवैध सामान है और उसे कस्टम विभाग ने जब्त कर लिया है। यदि तुरंत पैसा नहीं भेजा गया तो पुलिस, आयकर विभाग और सीबीआई घर पर छापा डालेंगे और पति को गिरफ्तार कर लेंगे।
घर पर रेड और बदनामी के डर से मेघा ने अपने 25 तोले से अधिक के गहने बेच दिए। इसके बाद भी अपराधियों की मांग बढ़ती गई। उसने दोस्तों और रिश्तेदारों से उधार लेकर तीस लाख से अधिक रुपये ठगों के खातों में भेज दिए। जब देने को कुछ नहीं बचा और धमकियाँ जारी रहीं, तब मेघा ने हिम्मत जुटाकर साइबर थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब ठगों के बैंक खातों और कॉल डिटेल्स के आधार पर जांच कर रही है।
दूसरे मामले में ट्रांस यमुना कॉलोनी में रहने वाले सेवानिवृत्त कर्मचारी विपिन चंद्र के खाते से साइबर अपराधियों ने सात लाख पैंतीस हजार रुपये निकाल लिए। बी-920 ट्रांस यमुना कॉलोनी निवासी विपिन चंद्र, जो दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम से सेवानिवृत्त हैं। पीड़ित का कहना है कि गुरुवार को उनके मोबाइल फोन पर पंजाब नेशनल बैंक, रामबाग शाखा से संदेश आया कि खाते से पहली बार 4,99,999 रुपये और दूसरी बार 2,35,000 रुपये की निकासी हुई है। यह देखकर वे तुरंत बैंक पहुंचे और जानकारी ली, लेकिन खाते से रकम पहले ही जा चुकी थी। इसके बाद उन्होंने तत्काल थाना साइबर क्राइम में लिखित शिकायत दी।
विपिन चंद्र ने बताया कि विगत दिवस उनके मोबाइल फोन पर किसी का फोन आया और कहा कि आपका सीनियर सिटीजन का कार्ड बनना है, इसलिए आधार कार्ड और पैन कार्ड दे दें। विपिन चंद्र ने इस पर भरोसा कर दोनों कार्ड उपलब्ध करवा दिए। साइबर ठगों ने आज पूर्वाह्न 11 बजे फिर से फोन कर दोबारा आधार कार्ड और पैन कार्ड मांगा। दोनों दोबारा उपलब्ध कराये जाने के कुछ समय बाद ही उनके बैंक खाते से दो बार में 7.35 लाख रुपये के ट्रांजेक्शन के मैसेज प्राप्त हुए। साइबर क्राइम थाने ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
______________________________________

ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments