फतेहपुर सीकरी में क्यों रोके जा रहे यूपीटी गाइड?

आगरा, 31 अक्टूबर। टूरिस्ट गाइड वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षक पुरातत्वविद को भेजे पत्र में फतेहपुर सीकरी स्मारक के संरक्षण सहायक पर यूपीटी गाइडों को रोके जाने पर आपत्ति की है और इसे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की मूल भावना के विपरीत बताया है। पत्र की प्रति पर्यटन महानिदेशक को भी भेजी गई है। पत्र में कहा गया है कि वर्ष 2009-2010 बैच के यूपीटी गाइड लाइसेंसों के नवीनीकरण की प्रक्रिया पिछले 3-4 महीनों से चल रही है और सर्वोच्च न्यायालय के मई,  2015 के आदेश के अनुरूप, इन यूपीटी गाइडों के लिए रिफ्रेशर कोर्स भी बराबर चल रहा है। अब तक 08 बैचों ने अपना रिफ्रेशर कोर्स पूरा कर लिया है तथा 02 और बैच जल्द ही शुरू होने वाले हैं। इन सभी यूपीटी गाइडों ने अपने मूल गाइड लाइसेंस और पुलिस सत्यापन प्रमाणपत्र उत्तर प्रदेश पर्यटन के कार्यालय जमा करा दिए थे, नवीनीकरण की कार्यवाही चल रही है। इस पूरी प्रक्रिया पर गाइडों का कोई नियंत्रण नहीं है। पूरी प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा संचालित की जा रही है।
पत्र में कहा गया कि इस बीच फतेहपुर सीकरी के संरक्षण सहायक ने ऐसे यूपीटी गाइडों को रोके जाने का नोटिस जारी कर दिया है, जो सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की मूल भावना के विपरीत है, क्योंकि इस नोटिस से बड़ी संख्या में यूपीटी गाइडों की आजीविका प्रभावित हो रही है। 
पत्र में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2015 के मई माह में एक महत्वपूर्ण निर्णय में यह सुनिश्चित किया था कि 2009-2010 बैच का कोई भी यूपीटी गाइड अपनी आजीविका से वंचित न रहे। इस बारे में उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी भी पुरातत्व विभाग को पत्र लिख चुके हैं। 
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