घमासान युद्ध में श्रीराम ने किया कुंभकर्ण का वध, धमाकों के साथ पुतले का दहन
आगरा, 30 सितम्बर। दोपहर में हुई तेज बारिश और उसके बाद शाम तक ही बूंदाबांदी भी रामलीला के प्रति श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं कर सकी। रामलीला मैदान में चल रही रामलीला में समय बढ़ने के साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती गई। लोगों ने कुंभकर्ण वध की लीला का आनंद लिया।
लीला की शुरुआत लक्ष्मण के मूर्छा से जागने के साथ हुई। राम की सेना से घबराए दशानन ने कुम्भकरण को युद्ध के मैदान में भेजने का निर्णय लिया, लेकिन वह तो छह माह सोता था। रावण ने स्वयं कुम्भकर्ण के महल में जाकर उसे जगाने का प्रयास किया। वह जागा तो मदमस्त हाथी की तरह युद्ध भूमि में पहुंच गया।
मंचीय लीला के बाद श्रीराम और कुंभकर्ण की सेनाएं मैदान में आ गईं। कुम्भकर्ण पर सारे प्रहार असफल होते गये। अंत में श्रीराम ने कुम्भकर्ण पर अमोघ अस्त्र चला कर उसका वध कर दिया।
कुंभकर्ण का वध होते ही आतिशबाजी के गोले छोड़े गए। धमाकों से रामलीला मैदान गूंज उठा। उसके बाद कुम्भकर्ण के लगभग 40 फुट ऊंचे पुतले का दहन किया गया।
प्रभु श्री राम की आरती आगरा फिजियोथेरेपी सेंटर के डॉ. ब्रह्मवीर सिंह, डॉ. नताशा शर्मा, डॉ. शिखा, डॉ. धर्मेंद्र शर्मा द्वारा की गई। आगरा कुशवाहा समाज ने भी प्रभु की आरती की। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, महामंत्री राजीव अग्रवाल, भगवानदास बंसल, विजय प्रकाश गोयल, रामकिशन अग्रवाल, मनोज अग्रवाल संजय तिवारी, मुकेश जौहरी, विष्णु दयाल बंसल, प्रवीण स्वरूप बंसल, अंजुल बंसल, महेश चंद, आनंद मंगल, प्रकाशचंद, रामाशीष शर्मा, रामांशु शर्मा, अजय अग्रवाल, दिलीप अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, शैलेश बॉबी, अरविंद अग्रवाल, आयुष अग्रवाल, राम राहुल शर्मा, मनीष शर्मा, हृदयेश गोस्वामी, ऋतिक जौहरी, राहुल गौतम सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
होगी आतिशबाजी
श्रीरामलीला कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल (विधायक) व महामंत्री राजीव अग्रवाल के अनुसार बुधवार एक अक्टूबर को शाम 7 बजे से मेघनाद वध की लीला का मंचन किया जाएगा। उसके बाद आतिशबाजी की प्रस्तुति जिसमें अलीगढ़ के मोहन और मथुरा के अजय द्वारा की जाएगी।
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