जुआरियों को छुड़वाने के लिए माननीय ने की सिफारिश, बोले- गांव के बच्चे हैं, जुआ बड़ा अपराध नहीं, छोड़ दें, पर थाना प्रभारी ने कर दिया मना

आगरा, 07 अगस्त। एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस प्रशासन को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दे रखे हैं, दूसरी ओर सत्ताधारी पार्टी के माननीय ही अपराधियों को छोड़ने की सिफारिश में लगे हुए हैं। ऐसे ही एक मामले में एक माननीय ने थाना डौकी पुलिस से जुआरियों को छोड़ने की सिफारिश की। उन्होंने थाना प्रभारी से फोन पर कहा कि गांव के बच्चे हैं, जुआ कोई बड़ा अपराध नहीं है, उन्हें छोड़ दें। लेकिन थाना प्रभारी ने मना कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डौकी पुलिस को सूचना मिली थी कि मलखानपुर के निकट खेत में कुछ लोग जुआ खेल रहे हैं। थाना प्रभारी योगेश नागर के नेतृत्व में पुलिस ने मौके से चार लोगों को पकड़ लिया। आरोपियों में डोमर सिंह निवासी ग्राम कोटरा फतेहाबाद, रवीश, यशपाल निवासीगण नगला देवहंस डौकी व कमल कटारा निवासी ताजगंज शामिल हैं। जुए के फड़ से 9400 रुपये जब्त किए गए। पुलिस को एक स्कार्पियो कार भी मिली। तीन आरोपी हरिओम, करुआ व मलिंगा भाग जाने में सफल हो गए। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया।
खबरों के अनुसार, पुलिस जब आरोपियों को थाने लेकर आई, इसके बाद एक माननीय का फोन आया और उन्होंने जुए में पकड़े गए आरोपियों पर कार्रवाई न करने के लिए कहा। थाना प्रभारी ने असमर्थता जताई। इस पर माननीय नाराज हो गए। कहने लगे कि कोई बड़ा अपराध नहीं किया है। गांव के बच्चे ताश ही तो खेल रहे थे। जब थाना प्रभारी ने उन्हें बताया कि नाल पर जुआ हो रहा था और मौके पर बाहर के लोग भी थे। यह सुनते ही माननीय ने फोन काट दिया।
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