आगरा में राज्यपाल बोलीं - "मैं गुजराती हूं मुफ्त में कहीं नहीं जाती" || बालिकाओं का टीकाकरण कराएं, भोजन व्यर्थ न छोड़ें, बालिकाओं की सोच में भी सुधार लाएं || नेशनल चैंबर के स्थापना दिवस पर अतुल गुप्ता को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, प्रदीप वार्ष्णेय समेत छह पूर्व अध्यक्ष भी सम्मानित

आगरा, 30 जुलाई। प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने बुधवार को यहां कैंसर जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए टीकाकरण अभियान छेड़ने और भोजन को व्यर्थ नष्ट नहीं करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "मैं गुजराती हूं, मुफ्त में कहीं नहीं जाती। मैने यहां आने के लिए दो शर्तें रखी थीं। पहली बालिकाओं को वैक्सीन का इंतजाम करिए। दूसरी बच्चों को पुस्तकें और कॉपियां उपलब्ध कराइये। आगरा वासियों ने ये शर्तें पूरी की।"
राज्यपाल फतेहाबाद रोड पर स्थित एक मैरिज होम में नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स यूपी की जिला शाखा के 77वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वे आगरा में आईटी पार्क और विधि विश्व विद्यालय की मांग को राज्य सरकार के समक्ष रखेंगी। उम्मीद है कि यह मांग पूरी होगी।
उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि भोजन करते समय कुछ भी झूठा नहीं छोड़ें। उन्होंने उदाहरण दिया कि एक बार उन्होंने एक कार्यक्रम में लोगों से भोजन झूठा न छोड़ने की अपील की तो करीब पच्चीस प्रतिशत भोजन बच गया। उन्होंने कहा कि जरूरत के अनुसार ही भोजन लें। अधिक खाने से लोग बीमार भी पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि नौ से 15 साल की लड़कियों को वैक्सीन लगवाएं तो उन्हें कभी कैंसर नहीं होगा। वे स्वयं पुलिस कर्मियों के परिवारों का सर्वे करा रही हैं कि उनके परिवारों में कितनी बच्चियां पंद्रह साल तक की हैं। ऐसी बच्चियों का वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। यह सिलसिला कई शहरों में शुरू हो चुका है। आगरा के अधिकारी भी इस दिशा में कार्य करें। इसके लिए बड़ी कंपनियों और बैंकों का सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने उद्यमियों से भी इस दिशा में आगे आने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा कि देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। विदेशी मुद्रा में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बीते दस वर्षों में 25 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। आठ करोड़ से ज्यादा युवाओं ने स्टार्ट अप शुरू किया है। सरकार पूरी नीयत और नीति के साथ इस दिशा में काम कर रही है। आज का युग तकनीक का युग है, यही भविष्य भी है। आजादी की शताब्दी तक पूर्ण विकसित राष्ट्र के लिए कार्य करें। मिलकर ऐसा भारत बनाएं जो आत्मनिर्भर हो, समृद्ध हो।
सम्मानित उद्यमियों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए कि किन हालात में उन्होंने अपने उद्योगों को बढ़ाया। कोई भी राष्ट्र तभी मजबूत बनता है जब उसका आर्थिक विकास भी तेजी से हो। आज की वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में इसका महत्व और बढ़ जाता है। 
लड़कियां नई उड़ान भर रही हैं, लेकिन उनकी सोच में सुधार लाना होगा 
राज्यपाल ने कहा कि बेटियां अब घर ही नहीं संसार भी चला रही हैं और लड़कों को पीछे छोड़ रही हैं। बेटे कम पढ़ाई कर व्यापार में लग जाते हैं। इससे असमानता पैदा हुई है। बच्चियां उड़ान भर रही हैं। उनकी सोच बदल रही है और अपनी पसंद के लड़के का चयन कर रही हैं। इससे कुछ विपरीत घटनाएं भी हो रही हैं। इस दिशा में सुधार लाना होगा। 
उन्होंने कहा, मैं कई जेलों का भ्रमण कर चुकी हूं। कई जवान बच्चे जेल काट रहे हैं। तीस प्रतिशत मामले जमीन के हैं, तीस प्रतिशत दहेज के हैं। अत्यधिक उत्तेजना में किए गए अपराध भी हैं। इसे नियंत्रण करने के लिए योग करते रहिए। सत्तर साल से ऊपर वालों को जेल से रिहा करने के लिए कहा है। जिनकी सजा बेहद कम रह गई है उन्हें भी रिहा करने को कहा है।
इन्होंने भी किया संबोधित 
समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश की महिला, बाल विकास और पुष्टाहार मंत्री बेबीरानी मौर्या ने कहा कि चैंबर का शहर के उत्थान में बड़ा योगदान है। उन्होंने राज्यपाल की कार्यशैली की भी प्रशंसा की।
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने कहा कि नेशनल चैंबर शहर की प्रमुख समस्याओं को उठाता रहा है और सरकार तक पहुंचाता रहा है। 
चैंबर अध्यक्ष संजय गोयल ने स्वागत भाषण करते हुए कहा कि चैंबर में दो से ढाई हजार सदस्य हैं। इसके अलावा कई व्यापारिक संस्थाएं भी जुड़ी हुई हैं। उन्होंने चैंबर की गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला और आगरा में विधि विश्व विद्यालय खोले जाने की मांग की। उन्होंने सीनेट के चुनाव कराए जाने और चैंबर को सदस्यता दिए जाने की मांग भी रखी।
अतुल गुप्ता को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, छह बुजुर्ग पूर्व अध्यक्ष भी सम्मानित 
चैंबर की सेवाओं के लिए दो बार अध्यक्ष रह चुके अतुल गुप्ता को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर 77 वर्ष या अधिक आयु के छह पूर्व अध्यक्षों का सम्मान भी किया गया। सम्मानित होने वालों में के के पालीवाल, अमरनाथ कौशल, शांतिस्वरूप गोयल, प्रदीप वार्ष्णेय, राजकुमार अग्रवाल और प्रेम सागर अग्रवाल शामिल हैं। 
ये भी रहे मंचासीन 
समारोह में प्रदेश की नेशनल चैंबर के उपाध्यक्ष द्वय संजय कुमार गोयल, विवेक जैन कोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल भी मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन आयोजन समिति के अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने किया।
_____
झलकियां 
आयोजन समिति में शामिल एक सदस्य ने मीडिया गैलरी में आकर शिकायत की कि आयोजन समिति के सदस्यों को सीट नहीं मिली। वीवीआईपी आकांक्षा समिति और राजभवन के लिए आरक्षित रखी गई सीटों पर चैंबर सदस्य विराजमान रहे।
संचालनकर्ता ने हॉल में मौजूद विधायक डॉ जीएस धर्मेश के स्वागत के लिए माइक से चैंबर कर्मचारी राजा का नाम पुकारा, लेकिन राजा वहां मौजूद नहीं था। मंच पर बैठे कोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने उठकर स्वागत के लिए पौधे की ट्रे भिजवाने का प्रयास किया। फिर यह स्वागत थोड़ी देर बाद महापौर के संबोधन के बाद हुआ। भाजपा महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता और सहकारी बैंक के निदेशक प्रदीप भाटी का भी स्वागत किया।
_______
राज्यपाल के मंच पर पहुंचते ही स्कूली बच्चों द्वारा वंदे मातरम का गायन शुरू कर दिया गया। उस समय तक राज्यपाल अपनी सीट की ओर बढ़ रही थीं। गायन के बीच में ही चैंबर अध्यक्ष मंच पर पहुंचे। चैंबर के अन्य सदस्यों और अतिथियों ने वंदे मातरम गायन के बाद ही मंच पर स्थान ग्रहण किया।
_______
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने अपने संबोधन की शुरुआत में माइक साउंड व्यवस्था पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि मंच पर बैठे लोगों को आवाज ठीक से सुनाई नहीं दे रही है।
_______
समारोह में आगरा के तीनों सांसद प्रो एसपी सिंह बघेल, राजकुमार चाहर, नवीन जैन को भी भाग लेना था, लेकिन संसद का सत्र चालू रहने के कारण वे शहर में नहीं थे। समारोह में मंच पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के नाम की भी पट्टिका रखी गई थी, लेकिन वे भी नहीं आ सके।
_______
आयोजन समिति के अधिकांश सदस्य सीटों पर ही बैठे रहे। केवल कुछेक सदस्य ही सक्रिय थे। इसे लेकर संचालनकर्ता को टोकना भी पड़ा।
_______


ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments