नहीं थमी पृथ्वीनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार का श्रेय लेने की होड़! अब योगेंद्र समर्थकों ने भी जारी किया पत्र का हिस्सा

आगरा, 20 जुलाई। प्रदेश की भाजपा सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री और आगरा दक्षिण क्षेत्र से विधायक योगेन्द्र उपाध्याय और विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे के बीच शहर के प्राचीन पृथ्वीनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर श्रेय लेने की होड़ थमी नहीं है। 
शनिवार को जहां विजय शिवहरे ने प्रेसवार्ता करके दावा किया था कि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए उनके द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी मिली, तो वहीं मीडिया प्रभारी सुनील करमचंदानी की सूचना के अनुसार इस मंदिर के जीर्णोद्धार की स्वीकृति मिलने पर शिवाजी मंडल के कार्यकर्ताओं द्वारा शनिवार की दोपहर कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय का स्वागत किया गया। 
इसके बाद विजय शिवहरे भी मंदिर पहुंचे और उनका भी भाजपा के एक वर्ग ने स्वागत किया। विजय शिवहरे ने मीडिया के समक्ष जीर्णोद्धार के प्रस्ताव संबंधी पत्रों को भी जारी किया। उन्होंने पत्रों का हवाला देते हुए कहा कि उनके द्वारा 25 जनवरी, 2025 को प्रदेश के पर्यटन इव संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह को पृथ्वीनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, इसके बाद 16 फरवरी, 2025 को प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग को पुनः पत्र लिखा गया और पिछले पत्र का हवाला देते हुए प्रस्ताव को शीघ्र मंजूरी देने की मांग की गई। शिवहरे ने तीसरे पत्र के रूप में मंत्री जयवीर सिंह का हवाला दिया था, जिसमें जयवीर सिंह द्वारा लिखा गया कि विजय शिवहरे के 16 फरवरी, 2025 को लिखे पत्र के क्रम में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के क्रम में पृथ्वीनाथ मंदिर के पर्यटन विकास को सम्मिलित कर लिया गया है।
शनिवार को इस बारे में "न्यूज नजरिया" से बात करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा था कि विजय शिवहरे केवल पृथ्वीनाथ मंदिर के विकास के प्रस्ताव की बात कर रहे हैं, लेकिन वे (उपाध्याय) पहले ही शहर के पांच-सात मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए सरकार को पत्र भेज चुके थे। इनमें पृथ्वीनाथ मंदिर भी शामिल था। कुछ मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू भी हो चुका है। 
हालांकि उपाध्याय ने इस मामले को यह कहकर ठंडा करने को कोशिश की थी कि श्रेय केवल प्रदेश के मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री को जाता है। 
लेकिन रविवार को इनके समर्थक माने जाने वालों द्वारा मुद्दे को फिर हवा देने की कोशिश की गई। उनके द्वारा एक पत्र का हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, जिसमें जनपद के आठ प्रस्तावों का उल्लेख है। हर प्रस्ताव के साथ विधानसभा क्षेत्र और प्रस्तावक के नाम के साथ उस स्थान का उल्लेख है जिसका विकास किया जाना है। इसमें चौथे नंबर पर आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विधायक योगेंद्र उपाध्याय का नाम और परियोजना का नाम पृथ्वीनाथ मंदिर लिखा है, जिस पर दो करोड़ रुपये व्यय किए जाने हैं।
योगेन्द्र उपाध्याय के समर्थकों द्वारा परोक्ष रूप से बताने की कोशिश की गई है कि यदि शिवहरे के पास पत्र हैं, तो उपाध्याय भी हवा में बात नहीं कर रहे हैं। प्रस्तावों की सूची में उनके नाम का भी उल्लेख है। दोनों तरफ से पत्रों को सार्वजनिक किए जाने के बाद देखना होगा कि श्रेय की यह होड़ यहीं थम जाएगी या और तूल पकड़ेगी।
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