उपलब्धि: आगरा में दिल की तरह हुई दिमाग की एंजियोग्राफी
आगरा, 05 जून। यहां एसएन मेडिकल कॉलेज में पहली बार दिल की तरह दिमाग की एंजियोग्राफी कर मरीज की जान बचाई गई। कॉलेज के पीएमएसएसवाई कार्डियक कैथ लैब में हुई सफल मस्तिष्क की पहली डिजिटल सब्सट्रैक्शन एंजियोग्राफी को चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह प्रक्रिया एक 18 साल के मरीज पर की गई। वह दौरे की शिकायत के साथ आया था। जांच के बाद इस जटिल न्यूरोवैस्कुलर रोग की पुष्टि हुई और रोगी की विस्तृत जांच के लिए डीएसए की आवश्यकता पड़ी। मरीज के मस्तिष्क के अंदर नसों का गुच्छा मिला।
यह प्रक्रिया न्यूरो सर्जन डॉ. तरुणेश शर्मा एवं डॉ. बसंत गुप्ता के नेतृत्व में सम्पन्न की गई। यह कदम जिले में पहली बार न्यूरो इंटरवेंशन प्रक्रियाओं की शुरुआत है, जिससे अब ऐसे जटिल मामलों के इलाज के लिए मरीजों को मेट्रो शहरों में रेफर नहीं करना पड़ेगा। न्यूरोसर्जरी, कार्डियोलॉजी और सर्जरी के समन्वित प्रयास से यह उपलब्धि संभव हो सकी, जिसमें कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. डॉ. प्रशांत गुप्ता, शल्य चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. प्रशांत लवानिया, न्यूरोसर्जरी विभाग से डॉ. गौरव धाकरे रहे।
अब इसी रोगी में इंटरवेंशनल न्यूरोप्रोसीजर की योजना बनाई जा रही है, जो एस. एन. मेडिकल कॉलेज के लिए एक नई शुरुआत है। यह उपलब्धि न्यूरोवैस्कुलर चिकित्सा सेवाओं में आत्मनिर्भरता की ओर एक मजबूत कदम है और चिकित्सा उत्कृष्टता की दिशा में कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एस.एन. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.डॉ. प्रशांत गुप्ता ने मीडिया से कहा कि यह पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है। अब मस्तिष्क से जुड़ी जटिल बीमारियों की जांच और इलाज स्थानीय स्तर पर संभव होगा जिससे अब मरीजों को ऐसे उपचार के लिए दूसरे शहर में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
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