विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व बेला पर आगरा में हुए जागरूकता कार्यक्रम

पालीवाल पार्क में पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अभियान चलाया
आगरा, 04 जून। विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व बेला पर पालीवाल पार्क में पर्यावरण संरक्षण हेतु जन-जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान का उद्देश्य था - विलायती बबूल जैसे आक्रामक विदेशी पौधों के दुष्प्रभावों के प्रति नागरिकों को जागरूक करना और देशी प्रजातियों के संरक्षण के प्रति जनसमर्थन जुटाना।
वरिष्ठ अधिवक्ता के.सी. जैन के नेतृत्व में पर्यावरण प्रेमियों ने पार्क के मध्य क्षेत्र का निरीक्षण किया, जहाँ विलायती बबूल (प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा) के पेड़ फैले हुए हैं। पार्क में सुबह भ्रमण पर आए मॉर्निंग वॉकर्स को इस प्रजाति के कारण हो रहे नुकसान की जानकारी दी और बताया कि कीठम, ताजमहल ब्लॉक, मऊ, छलेसर, बाह के जंगलों को विलायती बबूल ने पूरी तरह घेर रखा है इसके कारण हमारे स्थानीय प्रजातीयों के देशी पेड़ दिखायी ही नहीं देते हैं और विलुप्त प्रायः हो चुके हैं। जनपद का वन क्षेत्र लगभग 18000 हैक्टेयर में है जिसमें से 60-70 प्रतिशत अर्थात् लगभग 12000 हैक्टेयर वन क्षेत्र में विलायती बबूल है। जिस प्रकार मथुरा में 490 हैक्टेयर में 37 स्थानों पर विलायती बबूल को हटाकर ईको रेस्टोरेशन का कार्य 3 फेज में किया जाना है जिसकी लागत लगभग रू0 20 लाख प्रति हैक्टेयर है। इसी प्रकार आगरा में भी क्रमशः क्रमशः विलायती बबूल को हटाकर स्थानीय प्रजातियों के फलदार पेड़ व छायादार पेड़ों को लगाया जाये।
पांच जून को “विश्व पर्यावरण दिवस” के अवसर पर प्रातः 7ः30 बजे पालीवाल पार्क में जनसभा आयोजित की जाएगी, जिसमें पर्यावरणविद्, वरिष्ठ नागरिक, छात्र, समाजसेवी एवं प्रशासनिक अधिकारी भाग लेंगे।
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भाविप 'अमृतम' ने दिया पर्यावरण सरंक्षण का संदेश, 500 कपड़े के थैले वितरित
आगरा, 04 जून। भारत विकास परिषद 'अमृतम' द्वारा “पॉलिथीन हटाओ, पर्यावरण बचाओ” अभियान की शुरुआत करते हुए ताज नगरी को स्वच्छ और हरित बनाने का संकल्प लिया गया। बुधवार  को ताज नगरी स्थित पार्श्वनाथ पंचवटी अपार्टमेंट से पर्यावरण बचाने की ये संकल्प यात्रा शुरू हुई। कार्यक्रम में स्थानीय निवासियों के बीच 500 कपड़े के थैलों का वितरण किया गया।
अपार्टमेंट में निवास कर रहे करीब 400 परिवारों को पर्यावरण की रक्षा का संकल्प दिलाया गया और यह संदेश दिया गया कि खरीदारी के समय पॉलिथीन की जगह कपड़े के थैले का उपयोग करें। 
संस्था के अध्यक्ष कुलभूषण गुप्ता (राम भाई) ने बताया कि यह जागरूकता अभियान पूरे वर्ष विभिन्न स्थानों पर चलाया जाएगा। प्रत्येक स्थान पर 500 कपड़े के थैले वितरित किए जाएंगे ताकि पर्यावरण के प्रति जनमानस में चेतना जागे।
इस अवसर पर उमेश बाबू अग्रवाल, राजीव गोयल, मयंक जैन, महिला प्रभारी उपाध्यक्ष रेखा अग्रवाल, विकास गोयल, विजय अग्रवाल, आर एस गुप्ता, गौरव बिंदल, मनीष अग्रवाल, मोहित अग्रवाल, सत्यप्रकाश जैन, दीपक भार्गव,भावना भार्गव, पीयूष गोयल, विकास वर्मा, हरीश आहूजा, गौरव बिंदल आदि उपस्थित रहे।
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प्लास्टिक प्रदूषण पर नियंत्रण की अपील 
आगरा, 04 जून। विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर वाइल्डलाइफ एसओएस की अपने रेस्क्यू, जागरूकता अभियान और युवा में वन्यजीवों के प्रति सहानुभूति के माध्यम से प्लास्टिक प्रदूषण पर नियंत्रण की अपील की।
संस्था की रैपिड रिस्पांस टीमों ने कई ऐसे संरक्षण अभियानों में भाग लिया, जो सीधे प्लास्टिक कचरे के खतरों को दर्शाते हैं। एक मामले में सिवेट कैट को आगरा के एयरफोर्स स्टेशन से बचाया गया था, जब उसका सिर एक खाली प्लास्टिक जार में फंस गया था, जिससे जानवर सांस लेने या चलने में असमर्थ हो गया था। दूसरे मामले में, मॉनिटर लिज़र्ड का मुंह प्लास्टिक के डिब्बे में फस गया था, जिसके कारण वह हिलने-डुलने में असमर्थ थी और उसे चोट लगने का गंभीर खतरा था।
वाइल्डलाइफ एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, "ये मामले अलग-थलग नहीं हैं। ये एक बड़े संकट के लक्षण हैं, जिसे हम अनदेखा नहीं कर सकते। जंगली जानवरों को कचरे से भरे परिदृश्यों में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, और प्लास्टिक उन सबसे घातक पदार्थों में से एक है, जिनका वे सामना करते हैं।"
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