पुष्पांजलि हॉस्पिटल में सुबह आग से बड़ा हादसा टला, एनआईसीयू और पीआईसीयू में भर्ती नौ बच्चों को बचाया गया
आगरा, 13 मई। थाना हरिपर्वत क्षेत्र के दिल्ली गेट स्थित शहर के प्रमुख निजी अस्पताल पुष्पांजलि हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में मंगलवार की सुबह आग लगने से बड़ा हादसा टल गया। यह आग एनआईसीयू में लगी, जहां भर्ती करीब नौ बच्चों को समय रहते बचा लिया गया। अस्पताल कर्मियों ने सहयोगियों की मदद से आग पर काबू पा लिया। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी।
पुष्पांजलि हॉस्पिटल में यह हादसा सुबह करीब सवा छह बजे हुआ। अस्पताल की चौथी मंजिल पर दो एनआईसीयू और एक पीआईसीयू हैं। इनमें से एक एनआईसीयू बंद पड़ा है। संजय प्लेस फायर स्टेशन ऑफिसर सोमदत्त सोनकर ने बताया कि आग बंद पड़े एनआईसीयू में लगी और शीघ्र ही उसका धुआं बगल के दूसरे एनआईसीयू और पीआईसीयू तक पहुंच गया। एनआईसीयू में पांच और पीआईसीयू में चार बच्चे भर्ती थे।
आग लगते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया और अस्पताल कर्मी हाइड्रेंट प्वाइंट चालू कर आग बुझाने में जुट गए। अस्पताल में मौजूद सिविल डिफेंस सिकंदरा के स्टाफ ऑफिसर अनूप कोटिया ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अनूप के पिता अस्पताल में भर्ती हैं और वे उनकी देखभाल के लिए वहां मौजूद थे। अनूप ने बताया कि एनआईसीयू कक्ष के शीशे को तोड़ कर आग पर काबू पाया गया। आग से कक्ष में लगे उपकरण भी जल गए। करीब आधा घंटे के प्रयासों के बाद आग पर काबू पा लिया गया। सूचना मिलते ही पहुंचे फायर ऑफिसर सोमदत्त सोनकर और रामकेश ने बच्चों को दूसरे कक्षों में शिफ्ट कराया और उनके बारे में जानकारी एकत्र की। उन्होंने बताया कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल में लगे अग्निशमन उपकरण इस आग को शीघ्र काबू करने में काम आए।
आग लगने से पूरे अस्पताल में तीमारदार अपने-अपने मरीजों की चिंता में लगे रहे। शीघ्र आग पर काबू पा लिए जाने पर सभी ने राहत की सांस ली। हालांकि बाद में दो-तीन बच्चों के परिजन उन्हें दूसरे अस्पतालों में ले गए।
पुष्पांजलि हॉस्पिटल के संचालक वीडी अग्रवाल ने बताया कि यह आग एनआईसीयू के एसी में शॉर्ट सर्किट होने से लगी, लेकिन शीघ्र ही उस पर काबू पा लिया गया और किसी मरीज को कोई हानि नहीं हुई।
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