पेरू के 22 सदस्यीय दल ने देखा आलू फार्म, आगरा में जल्द होगी अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र की स्थापना

आगरा, 21 मई। अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (सीआईपी) के 22 सदस्यीय बोर्ड सदस्यों द्वारा आलू फार्म, सींगना साइट का निरीक्षण कर आलू उत्पादक कृषकों, कोल्ड स्टोर एसोसिएशन, विभिन्न एफपीओ के प्रतिनिधियों तथा स्थानीय प्रशासन के साथ सार्थक संवाद किया।
सीआईपी पेरू के 22 सदस्यीय बोर्ड डेलिगेशन द्वारा अपने एक दिवसीय दौरे में सर्व प्रथम विश्वदाय स्मारक ताजमहल का अवलोकन किया तथा उद्यान विभाग के गेस्ट हाउस, शाहजहां गार्डन स्थिति फूस बंगला का निरीक्षण किया तत्पश्चात डेलिगेशन आलू फार्म सींगना पहुंचा जहां उन्हें पुष्पगुच्छ तथा मोमेंटो देकर भव्य स्वागत किया गया।
प्रतिनिधिमंडल की सदस्य हेलन हंबले (कनाडा) ने इस अवसर पर उपस्थित आलू उत्पादक कृषकों, कोल्ड स्टोर एसोसिएशन, विभिन्न एफपीओ के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की स्थापना के बाद अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (सीआईपी) पेरू केंद्र से जर्म प्लाज्म मैटेरियल की उपलब्धता होगी जिसे यहां लाकर संशोधित किया जाएगा तथा आलू की विभिन्न वैरायटी तैयार की जाएंगी, उन्होंने आलू की ऐसी वैरायटी भी तैयार करने का आश्वासन दिया जो कि महिलाओं, बच्चों में एनीमिया रोग में कमी, रक्त तथा लौह तत्व की मात्रा को भी बढ़ाएगा, उन्होंने कहा कि भारत में प्रसंस्करण योग्य प्रजातियों की कमी है,विदेशों में निर्यात हेतु व बदलते मौसम के अनुसार स्थानीय जरूरतों के हिसाब से भी यहां आलू ब्रीड तैयार किया जा सकेगा। उच्च गुणवत्ता के आलू उत्पादन, तकनीकी दक्षता बढ़ाने हेतु एक ट्रेनिंग सेंटर भी बनेगा, मास्टर ट्रेनर की उपलब्धता सुनिश्चित किए जाने हेतु अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (सीआईपी) पेरू में उनकी ट्रेनिंग कराई जाएगी उन्होंने कहा कि जल्द भारत आलू उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान पर होगा।
डेलिगेशन के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर डॉ. सिमोन हैक (जर्मनी) ने बताया कि इस केंद्र की स्थापना को बड़े दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए, यह पेरू,दक्षिण अमेरिका व दक्षिण एशिया के बीच दक्षिण-दक्षिण का मजबूत सहयोग है। उन्होंने अपने 07 वर्ष पूर्व आगरा दौरे को याद करते हुए कहा कि यहां के लोग चाहते हैं कि ये केंद्र बने जल्द ही यह मूर्तरूप लेगा, केंद्र की स्थापना से आगरा व भारत को ही नहीं बल्कि दक्षिण एशिया के नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार आदि पड़ोसी देशों को भी बहुत फायदा होगा, किसानों की आय बढ़ेगी, उच्च गुणवत्ता के उत्पादन के साथ आसपास के देशों में भी समृद्धि आएगी। चिली के ह्यूगो कैंपोंस ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र की स्थापना के बाद पोषण को बढ़ावा, भोजन की समस्या दूर करने में सहयोग तथा भारत को कृषि प्रधान देश से उद्योग प्रधान देश बनाने तथा किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
निदेशक उद्यान व खाद्य प्रसंस्करण श्री विजय बहादुर द्विवेदी ने बताया कि आगरा व उसके आसपास के जनपदों में 74 हजार से अधिक भूमि पर आलू की खेती तथा यहां 400 से अधिक कोल्ड स्टोर की समृद्ध श्रृंखला है यहां उत्पादन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के साथ ज्यादा ताप बर्दाश्त करने वाली वैरायटी, सभी मौसम में उत्पादन, निरोग ब्रीड तैयार होगा उन्होंने स्थानीय लोगों से केंद्र स्थापना में सहयोग की अपील की।
बीएल मीणा,अपर मुख्य सचिव, उद्यान, रेशम एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने कहा कि सभी तकनीकी तथा अन्य पहलुओं पर दिल्ली में बैठक हो चुकी है केंद्र की स्थापना की सभी बाधा दूर हो गई हैं, आलू प्रक्षेत्र सींगना के 138 हेक्टेयर क्षेत्र में से 10 एकड़ क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र (सीआईपी) पेरू के केंद्र की स्थापना होगी, उद्यान विभाग के गेस्ट हाउस से केंद्र का कार्यालय कार्य करेगा तथा सींगना प्रक्षेत्र में ट्रेनिंग सेंटर सहित अन्य भवनों की स्थापना के साथ केंद्र को हाइवे से सीधे पहुंच संपर्क मार्ग का निर्माण भी किया जाएगा, उन्होंने केन्द्र की स्थापना में केन्द्र व प्रदेश सरकार की भूमिका को विस्तार से बताया तथा कहा कि जल्द ही अंतर्राष्ट्रीय आलू केन्द्र, पेरू की शाखा स्थापित होगी जिसमें नवीन तकनीकी से आलू बीज उत्पादन,आलू कृषि उपज में वैज्ञानिक तकनीकी के प्रयोग से गुणवत्ता में सुधार,कृषकों को प्रशिक्षण,निर्यात , प्रसंस्करण आदि सुविधा मिलेगी अंत में उन्होंने सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर श्री डॉ.राजीव वर्मा संयुक्त निदेशक (शाकभाजी) डॉ.सर्वेश संयुक्त निदेशक उद्यान, विनय गुप्ता उप सचिव, कौशल कुमार नीरज उप निदेशक उद्यान, डॉ. धर्मपाल यादव, उपनिदेशक उद्यान, रमन अबराल, सीनियर एडवाईजर साउथ एशिया, (सीआईपी), अनीता सिंह डीएचओ मौजूद रहे।
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