नेशनल चैंबर अध्यक्ष बोले- तीन सौ दिन में ढाई सौ बैठकें, डेढ़ सौ नए सदस्य, बीस लाख की एफडी, उद्योग-व्यापार के साथ सामाजिक कार्य भी किए, पावर नहीं इसलिए उपलब्धि नहीं
आगरा, 08 फरवरी। नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के अध्यक्ष राजेश गोयल ने गुरुवार को अपने कार्यकाल के तीन सौ दिन पूरे होने की गतिविधियां गिनाई। उन्होंने दावा किया कि इस दौरान चैंबर और उसके प्रकोष्ठों की ढाई सौ से अधिक बैठकें हो चुकी हैं। डेढ़ सौ नये सदस्य जुड़ चुके हैं। उद्योग और व्यापार के साथ ही सेवा प्रकल्पों पर भी कार्य किया गया। चैंबर की भावी योजनाओं के लिए बीस लाख रुपये एफडीआर बनवाई गई हैं। करीब पंद्रह सौ सदस्यों में से बारह सौ का सदस्यता शुल्क जमा हो चुका है।
चैंबर भवन में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान गोयल और उनके सहयोगियों ने अपने कार्यकाल की गतिविधियों के बारे में विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने बताया कि सभी गैस उपभोक्ता इकाइयों को फिट फॉर यूज सर्टीफिकेट, जेड सर्टीफिकेट फ्री ऑफ कॉस्ट, जीएसटी जनरल सर्वे रुकवाना, सम्पत्ति कर के अप्रासंगिक बिल सही कराना, स्थापना अमृत महोत्सव, एसोचैम दिल्ली के सहयोग से कार्यशाला, इप्सोस कम्पनी को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के सुझाव, औद्योगिक सम्मेलन, एक्सपोर्ट सिम्पोजियम, जिला एवं मंडलीय उद्योग बन्धु की बैठकों में विषय उठाने जैसे अनेक कार्य किए गए।
उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि गत वर्षों की अपेक्षा अधिक बैठकें की गई। उद्योग व व्यापार के साथ सामाजिक, धार्मिक गतिविधियां भी की गईं। उपाध्यक्ष मनोज बंसल ने बताया कि गैस आपूर्ति अनुबंध सम्बन्धी एवं अन्य समस्याएं भी दूर की गयी हैं। पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल ने बताया कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी कार्य किया गया।
उपलब्धि नहीं, गतिविधियां हैं
जब अध्यक्ष राजेश गोयल से पूछा गया कि वह अपने कार्यकाल की कोई बड़ी उपलब्धि बताएं तो उन्होंने कहा कि उपलब्धि नहीं, गतिविधियां हैं। उन्होंने कहा कि चैंबर एक औद्योगिक व व्यापारिक संस्था है, उसके पास किसी आदेश पर हस्ताक्षर करने का अधिकार नहीं है। संस्था केवल गतिविधियां कर सकती हैं और उसमें कमी नहीं की गई।
अवनीश अवस्थी से बड़ा मंत्री कौन?
केंद्रीय मंत्रियों को बुलाकर उद्यमियों की समस्याएं रखने के सवाल पर गोयल ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल को चैंबर के कार्यक्रमों में बुलाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि चैंबर प्रदेश के मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अवनीश अवस्थी को बुला चुका है, उनसे बड़ा कौन मंत्री है। गोयल ने कहा कि मुख्य सचिव डीएस मिश्रा को भी बुलाया जा चुका हैं। मुकेश मेश्राम जैसे वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर व्यापारियों की समस्याएं रखी गईं। दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आदि से भी मुलाकात की गई।
चैंबर के अन्य संस्थाओं के साथ संयुक्त आयोजनों पर गोयल ने कहा कि उद्योग और व्यापार हित में वह किसी भी संस्था के साथ खड़े हो सकते हैं। उन्होंने केंद्र में गठबंधन की राजग सरकार का हवाला दिया। लेकिन इस बात से इंकार किया कि ऐसा करते में चैंबर मुख्य भूमिका की बजाय सहयोगी भूमिका में नजर आया और उसके सदस्यों की उपस्थिति भी कम रही। उन्होंने कहा कि चैंबर इस बार सामाजिक सरोकारों से भी जुड़ा और धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रम भी किए गए। केवल एक ही धर्म विशेष के आयोजनों पर उन्होंने गोलमोल जवाब दिया।
कोल्ड फेडरेशन से दे चुके इस्तीफा
फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसियेशंस और नेशनल चैंबर दोनों के अध्यक्ष होने के सवाल पर राजेश गोयल ने कहा कि उन्होंने चैंबर का पद संभालने से पहले फेडरेशन के अध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया था। अरविंद अग्रवाल को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया है। कुछ पोर्टलों और समाचार पत्रों में उन्हें अब भी फेडरेशन का अध्यक्ष दर्शाए जाने पर उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में ऐसा हो रहा है। ई-मेल भेजकर उन्हें सही स्थिति से अवगत करा दिया गया है।
फिर अध्यक्ष बनने की इच्छा, आम सहमति या चुनाव ही रास्ता
चैंबर का पुनः अध्यक्ष बनने की तैयारी के बारे में राजेश गोयल ने कहा कि कुछ साथियों की इच्छा है कि वे पुनः चैंबर के अध्यक्ष बनें, इसके लिए आम सहमति या चुनाव ही रास्ता है। कोशिश है कि सहमति बन जाए, चुनाव भी लड़ा जा सकता है। संभावना है कि आम सहमति बन जायेगी।
गौरतलब है कि चैंबर के अध्यक्ष का चुनाव एक साल के लिए होता है। राजेश गोयल का कार्यकाल 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। अगले कार्यकाल के लिए चुनाव समिति का गठन हो चुका है। 14 मार्च को चुनाव प्रस्तावित हैं। समझा जाता है कि 22 फरवरी से नामांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
प्रेस वार्ता में कोषाध्यक्ष योगेश जिंदल, सदस्य विनय मित्तल, गोपाल खंडेलवाल, नितेश अग्रवाल, राहुल जैन, अशोक गोयल भी उपस्थित थे।
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