आगरा में दोपहर में थम सकता है यमुना का उफान, फिलहाल जलस्तर 499 फीट
- बल्केश्वर के लोहिया नगर और दयालबाग की कालोनी में भी पहुंचा पानी
- ताजमहल के दशहरा घाट और मेहताब बाग तक पहुंची कालिंदी
- शहर में नालों का बहाव उल्टा होने से पांच सीवेज पंपिंग स्टेशन बंद
आगरा, 18 जुलाई। शहर में यमुना नदी का जलस्तर आज सुबह आठ बजे 499 फीट तक पहुंच गया। यह मीडियम फ्लड लेवल है। लो फ्लड लेवल 495 फीट पर है। इससे यमुना किनारे बनी कॉलोनियों में पानी पहुंचने लगा। कैलाश मंदिर के गर्भ गृह में भी पानी पहुंच गया। कैलाश गांव से एक दर्जन से अधिक परिवारों को गांव से निकाल लिया गया है। बिजली काट दी है। रात को बल्केश्वर के लोहिया नगर में भी पानी पहुंच गया था। बल्केश्वर मंदिर के सामने के रास्ते में भी पानी लगातार बढ़ रहा है। दयालबाग की तनिष्क राजश्री गार्डन में भी पानी पहुंच गया।
राहत की बात यह नजर आ रही है कि जिला प्रशासन ने सुबह नौ बजे अपडेट जारी करते हुए गोकुल बैराज से पानी डिस्चार्ज में मामूली कमी की जानकारी दी। गोकुल बैराज से आगरा के लिए 1.48 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था, मंगलवार सुबह से 1.44 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पानी में मामूली कमी से संभावना है कि यमुना का जलस्तर शहर में 500 फीट को पार नहीं करेगा।
सिंचाई विभाग का कहना है कि मथुरा में गोकुल बैराज से सबसे ज़्यादा डिस्चार्ज 17 जुलाई को दोपहर दो बजे पास हुआ था गोकुल बैराज से आगरा वाटर वर्क्स की दूरी लगभग 80 किमी है। यह दूरी तय करने में इस फ्लड को लगभग 20-22 घंटे का समय लगेगा। उम्मीद है कि आज दोपहर से फ्लड लेवल बढ़ना बंद हो जायेगा।
आगरा में यमुना का जलस्तर मंगलवार सुबह 499 फीट तक पहुंच गया, नौ बजे तक जलस्तर 499 फीट पर ही बना हुआ है। सिचाई विभाग का भी पूर्वानुमान है कि यमुना का जलस्तर 499 से 500 फीट के बीच में पहुंच सकता है। इसके बाद गिरावट आएगी।
बता दें कि 13 साल बाद यमुना नदी ने तटबंध तोड़कर शहर में प्रवेश किया है। मंगलवार सुबह यमुना का पानी ताजमहल के दशहरा घाट और मेहताब बाग पर तक आ गया। करीब 40 गांव में पानी भरने की आशंका है। आज रेस्क्यू करने में टीम लगाईं जाएंगी। यमुना किनारे की कॉलोनी खाली कराई जानी हैं। कैलाश मंदिर परिसर, कैलाश गांव में पानी भर जाने से बलदेव की ओर के छह गांवों का संपर्क शहरी क्षेत्र से कट गया है।
शहर में नालों का बहाव उल्टा होने से पांच सीवेज पंपिंग स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। वीए टेक वबाग के प्रोजेक्ट मैनेजर अनुज त्रिपाठी ने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण यमुना किनारे के भैंरो नाला, वाटरवर्क्स, मनोहरपुर, बल्केश्वर और रजवाड़ा के सीवेज पंपिंग स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। यहां मोटरों के फुंकने का खतरा है।
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण मंटोला और भैंरो नाला में पानी सड़क तक आने लगा है। पानी की पाइपलाइनें दोनों नालों में डूबी नजर आईं। नालों के बैक मारने से पुराने शहर में गलियों और नालों के किनारे रहने वालों के घरों में गंदा पानी घुसने की आशंका है।
नदी के किनारे बिजली के ट्रांसफार्मर लगे हैं, ज्यादातर दयालबाग की काॅलोनियों और कृष्णा काॅलोनी के पास हैं। नुनिहाई में घाट पर लगे ट्रांसफार्मर के पानी में डूबने के बाद आपूर्ति बंद कर दी गई। जिला प्रशासन ने जलस्तर बढ़ने पर बिजली के भूमिगत केबल में फॉल्ट और करंट को देखते हुए टोरंट पावर से सप्लाई बंद करने को कहा गया है। ट्रांसफार्मरों को डिस्कनेक्ट कर केवल उसी क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति बंद की जाएगी।
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