तीन साल में आगरा को फुटवियर की वैश्विक राजधानी बनाने का लक्ष्य
14वां मीट एट आगरा कल 7 अक्टूबर से, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल आयेंगे
आगरा, 06 अक्टूबर। आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट चैम्बर (एफमेक) के अध्यक्ष पूरन डावर का कहना है कि "मीट एट आगरा" के माध्यम से आगरा को फुटवियर की विश्व राजधानी बनाने का प्रयास है। एफमेक तीन साल में इस लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिशों में जुट गया है।पूरन डावर आज गुरुवार को आगरा-मथुरा रोड पर स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने ट्रेड सेंटर में कल सात अक्टूबर से शुरू हो रहे तीन दिवसीय फुटवियर फेयर मीट एट आगरा के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एफमेक का प्रयास है कि जूता उद्योग केवल निर्यात तक सीमित न रहे बल्कि हर वर्ग को इसका लाभ मिले।
डावर ने कहा कि इस बार यह फेयर कोरोनाकाल के दो साल बाद लगाया जा रहा है। इसके बावजूद इसके प्रति आकर्षण के उत्साहजनक परिणाम आये हैं। ट्रेड फेयर की 225 स्टाल एक माह पहले ही बुक हो चुकी हैं और संस्थाओं के लिए 15 अतिरिक्त स्टॉल लगानी पड़ी हैं। ट्रेड सेंटर में इस बार अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्टॉल लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि विदेशों में लगने वाले फुटवियर मेलों में स्टॉलों की संख्या अधिक हो सकती है, लेकिन गुणवत्ता और तकनीक के लिहाज से मीट एट आगरा भी विश्व के बड़े मेलों से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय मेला शुक्रवार को सुबह दस बजे शुरू हो जायेगा। औपचारिक उदघाटन शुक्रवार को शाम साढ़े पांच बजे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल करेंगे। मेले में इस बार 35 से 40 तक विदेशी कंपनियां भी भाग ले रही हैं।
एफमेक के पूर्व अध्यक्ष कैप्टन अजीत सिंह राना ने कहा कि मीट एट आगरा का उद्देश्य सप्लाई चेन को मजबूत बनाना है और इसमें सफलता भी मिल रही है। फेयर में हर वर्ष नई मशीनरी, नई तकनीक व नई वस्तुएं देखने को मिल रही हैं, जो उद्योग जगत द्वारा अपनाई भी जा रही हैं।
प्रेस वार्ता के दौरान राजीव वासन, ललित अरोड़ा, प्रदीप वासन, सुधीर गुप्ता, कुलदीप सिंह गुजराल, सुनील मनचंदा, गिरीश लूथरा, जितेंद्र त्रिलोकानी, सुनील जोशन और अशोक अरोड़ा भी मौजूद रहे।
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