सेवानिवृत रेलवेकर्मी को डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख रुपये ठगे, आगरा में साइबर ठगों की एक और वारदात
आगरा, 16 अक्टूबर। शहर में साइबर ठगी के मामले थम नहीं रहे हैं। अब रेलवे के एक सेवानिवृत कर्मचारी को डिजिटल अरेस्ट कर 28 लाख रुपये की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
पुलिस में दर्ज कराई शिकायत के अनुसार, यह ठगी रेलवे से सेवानिवृत कर्मचारी चिंतामणि शर्मा के साथ हुई। चिंतामणि शर्मा के पास विगत 25 सितंबर को अंजान नंबर से फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने स्वयं को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण का जनसंपर्क अधिकारी विजय कुमार बताया। उसने उनके नाम से मुंबई के तिलक नगर की एक दुकान से सिम खरीदे जाने और उस सिम से अश्लील विज्ञापन और लोगों को ब्लैकमेल किए जाने की जानकारी दी। कॉल करने वाले ने काले धन का लेन-देन किए जाने के बारे में बताया। उसने एक कथित पुलिस अधिकारी से भी बात कराई और जांच किए जाने की बात कर पोर्टल से कनेक्ट करवाया।
इसके बाद वीडियो कॉल पर उन्हें धमकाया गया और एफआईआर की कॉपी के साथ फर्जी ईडी की गिरफ्तारी का वारंट भेजा। ठगों ने उनसे कहा कि मुख्य न्यायाधीश के समक्ष वीडियो कॉल से पेशी होगी। ठगों ने सात दिनों के अंदर सारी संपत्ति के दस्तावेज और बैंक खातों में जमा रकम को ईडी के पास जांच के लिए जमा कराने का आदेश दिया गया, यही नहीं, अगले दिन दबाव बनाकर खाते में सत्रह लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए गए, फिर ग्यारह लाख रुपये पत्नी के खाते से भी ट्रांसफर करा लिए गए।
ठगों ने और रकम की मांग की गई। इसके बाद चिंतामणि शर्मा को अपने साथ ठगी का शक हुआ। उन्होंने डीसीपी सिटी सोनम कुमार से मिलकर पूरी जानकारी दी। डीसीपी सिटी के निर्देश पर पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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