जीएसटी दरों में असामान्यता होने के कारण भ्रम की स्थिति, चैंबर भेजेगा वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र

आगरा, 08 सितम्बर। नेशनल चैम्बर सभागार में चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल की अध्यक्षता में ‘‘कर सुधार से विकास तक’’ जीएसटी 2.0 मंथन किया गया। चेयरमैन अमर मित्तल ने कहा कि सरकार द्वारा दिया गया बजट आमजन के लिये राहत देने वाला है लेकिन कहीं न कहीं कर की दरों में असामान्यता होने के कारण भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
बैठक में अधिवक्ता निखिल गुप्ता व कर विषेशज्ञ पराग सिंहल द्वारा जीएसटी 2.0 पर प्रकाश डाला गया। चैम्बर के पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल बैठक में रखी गई समस्याओं एवं सुझावों को वित्त मंत्री व प्रधानमंत्री को भेजा जायेगा। 
चैम्बर अध्यक्ष संजय गोयल ने कहा कि इंजन पर करदेयता 12 प्रतिशत से 5 प्रतिशत कर दी गयी है किन्तु सेन्ट्रीफ्यूगल डीजल वाटर पम्पसैट एवं पम्पसैट स्पेयर पार्ट्स पर जीएसटी की दर 18 प्रतिशत यथावत ही है जबकि दोनों ही एक दूसरे के पूरक है। यह न्यायसंगत नहीं है। 
विजय बंसल ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुसार सर्वशिक्षा अभियान के तहत शिक्षा को सस्ता करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी और कॉपी निर्माता को 18 प्रतिशत की श्रेणी में रखा जाना न्यायासंगत नहीं है। बैठक में उपाध्यक्ष विवेक जैन, कोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष सीताराम अग्रवाल, अनिल वर्मा, मुकेश अग्रवाल, अतुल गुप्ता, श्रीकिशन गोयल, शलभ शर्मा, अम्बुज गोयल, हरीश सुन्दरानी, राजेन्द्र कुमार अग्रवाल, अम्बा प्रसाद गर्ग, सतीष अग्रवाल, नीतेश अग्रवाल, साहिल अग्रवाल, गिरीश चंद गोयल, मंयक मित्तल, नारायन भरानी, रोशन उपस्थित थे। 
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