विष्णु जी ने दिया अभयदान- राजा दशरथ के घर जन्म लेंगे, रामलीला कमेटी ने किया सहयोगियों का सम्मान || योगेन्द्र उपाध्याय बोले, राम के आदर्शों को अपनाने से ही कल्याण
आगरा, 11 सितम्बर। उत्तर भारत की ऐतिहासिक रामलीला में गुरुवार को रामलीला मैदान पर मंचीय लीला प्रारम्भ हो गई। मुख्य अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने दीप प्रज्ज्वलन किया और स्वरूपों की आरती उतारी। उन्होंने लोगों से मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया।
विशिष्ट अतिथि विधान परिषद सदस्य विजय शिवहरे ने ऐतिहासिक रामलीला के हर वर्ष सफल संचालन के लिए रामलीला कमेटी को साधुवाद दिया।
अतिथियों का स्वागत कमेटी के अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल और महामंत्री राजीव अग्रवाल ने किया। अध्यक्ष खंडेलवाल ने लोगों से सनातन संस्कृति को बचाए रखने और नारी सशक्तिकरण का आह्वान किया। महामंत्री राजीव अग्रवाल ने इस बार लीला मंचन के नए रूप-रंग पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर राजा दशरथ अजय अग्रवाल, रानी कौशल्या कल्पना अग्रवाल सहित रामलीला के विशिष्ट सहयोगियों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन रामलीला कमेटी के उपाध्यक्ष संजय तिवारी ने किया।
पहले दिन लीला में दिखाया गया कि नारद जी को यह अभिमान हो जाता है कि उन्होंने कामदेव पर विजय प्राप्त कर ली है। श्री विष्णु भगवान उनका अभिमान दूर करने के लिये अपनी माया द्वारा बैकुण्ठ लोक से भी सुंदर नगर की रचना करते हैं और मोहिनी नामक रूपवती कन्या को उत्पन्न करते हैं।मोहिनी के रूप को देखकर नारद मोहित हो जाते हैं, भगवान विष्णु की सहायता से स्वयं को रूपवान बनाने की प्रार्थना करते हैं, भगवान विष्णु द्वारा उनको वानर का रूप प्रदान करना, माया के वशीभूत हुए नारद का भगवान की स्पष्ट वाणी को न समझ सकना तथा नारद का मोह भंग होने की लीला का सुंदर मंचन किया गया। इसके बाद की लीला में दिखाया गया कि रावण के अत्याचारों से दु:खी, होकर पृथ्वी माता का गौरूप धारण करके, ऋषियों, मुनियों, देवताओं के साथ लेकर क्षीर सागर में भगवान नारायण से प्रार्थना करना, देवताओं और पृथ्वी को भयभीत जानकर श्री भगवान विष्णु का उनको अभयदान देना और राजा दशरथ के यहां जन्म लेने की प्रतिज्ञा करना तथा आकाशवाणी होने का मंचन किया गया। मनमोहक लीला का मंचन डा पंकज दर्पण अग्रवाल के निर्देशन में किया जा रहा है।
शुक्रवार को राम जन्मोत्सव
रामलीला मैदान में शुक्रवार को चारों भाई राम, लक्ष्मण, भरत, एवं शुत्रघ्न के जन्म की लीला होगी। राजा दशरथ अजय अग्रवाल व रानी कौशल्या कल्पना अग्रवाल उपस्थित होंगे।
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