कभी बल्केश्वर की झुग्गी में रहता था, आज आलीशान कोठी का है मालिक! एक करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश करते में धरा गया ड्रग माफिया हिमांशु अग्रवाल

आगरा, 24 अगस्त। जिले में नकली दवाओं का करोड़ों का अवैध कारोबार चलाने वाला ड्रग माफिया हिमांशु अग्रवाल कभी यमुना किनारे की बल्केश्वर बस्ती में झुग्गी में रहता था। वह सिर्फ 10-15 सालों में करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन गया और कमला नगर के कर्मयोगी एन्क्लेव में आलीशान कोठी में रहने लगा। हिमांशु चर्चा में तब आया, जब उसने एसटीएफ के छापे के दौरान कार्रवाई रुकवाने के लिए अधिकारियों को एक करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने रिश्वत को ठुकराकर उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
ख़बरों के मुताबिक, हेमा मेडिको फार्मा का मालिक हिमांशु अग्रवाल अपने चाचा के साथ दवाओं के कारोबार में उतरा था। शीघ्र उसने अवैध तरीके से नकली दवाओं का बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया। हिमांशु दस रुपये में तैयार होने वाली नकली दवा को बाजार में सौ रुपये तक में बेचता था। उसके पास एक दर्जन से अधिक ब्रांडेड कंपनियों का नकली स्टॉक मौजूद था।
जल्द ही वह बल्केश्वर की झुग्गी बस्ती से निकलकर वह कमला नगर के कर्मयोगी एन्क्लेव में शिफ्ट हो गया और करोड़ों की आलीशान कोठी बनवाई। उसके घर के बाहर लग्जरी गाड़ियाँ खड़ी रहती हैं।
जब उसके प्रतिष्ठान पर एसटीएफ का छापा पड़ा, तो उसने ड्रग विभाग और एसटीएफ को साधने के लिए कई रसूखदार और दलालों से सिफारिशें लगवाईं, लेकिन कोई काम नहीं आई। इसके बाद उसने सीधे एसटीएफ इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा और बस्ती जिला के सहायक ड्रग आयुक्त नरेश मोहन दीपक को व्हाट्सएप पर कॉल किया और कार्रवाई रुकवाने के लिए एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने का लालच दिया। दोनों अधिकारियों ने रिश्वत की पेशकश की जानकारी तुरंत एडीजी लॉ इन ऑर्डर अमिताभ यश को दी और उसे रकम के साथ पकड़ने का प्लान बनाया। हिमांशु अग्रवाल कुछ ही घंटों में तीन बैगों में एक करोड़ रुपये की रकम लेकर पहुँच गया, जहाँ उसे गिरफ्तार कर लिया गया। 
शहर में नकली दवाओं का सिंडिकेट कितना फैला हुआ है, इसका अंदाजा पिछले छह वर्षों में पकड़े गए मामलों से लगाया जा सकता है। अब तक पांच सौ करोड़ से अधिक की नकली दवाएं जब्त की जा चुकी हैं। वर्ष 2019 में ग्वालियर की नारकोटिक्स टीम ने फ्रीगंज में करोड़ों की नशीली दवाओं का जखीरा पकड़ा था। इसी साल सिकंदरा में नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी गई।
वर्ष 2020 में कमला नगर के अरोरा बंधु और गुप्ता बंधुओं को पकड़ा गया, जिनके पास से सात करोड़ से अधिक की नकली दवाएं जब्त हुईं।
वर्ष 2021 में जयपुरिया गैंग और राजोरिया बंधुओं के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। वर्ष 2023 में बिचपुरी में नकली सीरप बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी गई। इसके अलावा 22 अक्टूबर 2024 को विजय गोयल की नकली दवाओं की फैक्ट्री पकड़ी गई। 
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