पूरन डावर की आयातकों को खरी-खरी!

- इंपोर्ट पर निर्भर लोग माइक्रो के कंधों पर बंदूक रख कर मुहिम चला रहे 
- आगरा का कोई जूता बीआईएस के दायरे में नहीं आता 
आगरा, 06 अगस्त। शुरू से ही अपनी बात पर जोर दे रहे आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्ट चैंबर (एफमेक) के अध्यक्ष पूरन डावर ने आज फिर कहा कि जूता कारोबारियों की विगत दिवस केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से हुई मीटिंग के बाद और स्पष्ट हो हुआ होगा बीआईएस केवल परफॉरमेंस शूज़ पर है। 
उन्होंने कहा कि केवल आगरा के स्पोर्ट्स शूज़ (जिसके जिले में उत्पादन न के बराबर है) और सैंडल को लेकर दुविधा चल रही है। इसके अतिरिक्त किसी पर बीआईएस नहीं हैं छोटा-बड़ा कोई दूर-दूर तक बीआईएस की जद में नहीं है।
गौरतलब है कि एफमैक अध्यक्ष द्वारा आंदोलनरत जूता कारोबारियों को शुरू से कही जा रही है। उनका कहना है कि यह सारी व्यवस्था इंपोर्ट रोकने और देश में लोकल बढ़ाने के लिये की जा रही है, जिससे देशी कारोबारियों आपका व्यापार बड़ी छलांग लगा सके।
पूरन डावर ने अपने वक्तव्य में कहा कि कुछ लोग जो इंपोर्ट पर निर्भर हैं और चाहते हैं इंपोर्ट करते रहें, वे  छोटे माइक्रो कारोबारियों के कंधों पर बंदूक रख कर मुहिम चला रहे हैं उन्हें ऐसा करना बंद कर देना चाहिए। उन्हें रिटेलर्स को स्पष्ट कर देना चाहिए और मानकों को स्वतः अपनाना चाहिए। आज से ही शुरू करें और उसे अपने जूते पर मानक अंकित करें, गुणवत्ता जूते को बड़ा ब्रांड बना सकती है।
उन्होंने कहा कि आम या फ़ैशन फुटवियर पर आने वाले समय या भविष्य में बी आई एस लगता भी है तो एक सादा प्रक्रिया होने वाली और माइक्रो स्मॉल दूर दूर तक नहीं रहने वाले हैं। इंपोर्टर्स के गेम से बाहर निकलें खुलकर अच्छा जूता बनायें अपनी क्षमता बढ़ाएं और इस अवसर का पूरा लाभ उठाएँ।
_________


ख़बर शेयर करें :

Post a Comment

0 Comments