किसानों और डॉक्टरों का एक-दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन!
आगरा, 22 सितम्बर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के जिला सचिव के अस्पताल के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे किसानों को पुलिस ने रोक दिया। इसके कुछ घंटे बाद आईएमए को जिला शाखा से जुड़े पदाधिकारी और सदस्य इस अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए और उन्होंने चिकित्सक को ब्लैकमेल किए जाने के प्रयासों का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
खबरों के मुताबिक, आईएमए के जिला सचिव डॉ. रजनीश कुमार मिश्रा का ताजनगरी फेज टू में सुश्रुत हेल्थ केयर सेंटर है। उनके पार्टनर अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार कुशवाहा हैं, वर्ष 2022 में धिमिश्री के रहने वाले पप्पू के सीधे पैर की जांघ की हड्डी सड़क हादसे में टूट गई थी, उन्होंने सुश्रुत हॉस्पिटल में सर्जरी कराई। हड्डी नहीं जुड़ी तो डॉक्टर ने उनकी दोबारा सर्जरी करने के लिए कहा, इसे लेकर विवाद शुरू हो गया। विगत 13 सितंबर को मरीज अपने साथ एक व्यक्ति को लेकर आया, आरोप है कि उसने तीन लाख रुपये की मांग की, रुपये न देने पर हॉस्पिटल में तोड़फोड़ और धरना देने की चेतावनी दी। इसके बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर कहा कि सोमवार सुबह 11 बजे सुश्रुत हॉस्पिटल पर प्रदर्शन किया जाएगा। सुबह सुश्रुत हेल्थ केयर सेंटर का घेराव करने के लिए बड़ी संख्या में किसान नेता पहुंच गए। हॉस्पिटल पर पहले से ही पुलिस फोर्स तैनात था। पुलिस ने किसान नेताओं को रोक लिया और समझा कर वापस भेजा।
इधर आईएमए ने अपनी आपातकालीन बैठक सुश्रुत हॉस्पिटल में आहूत कर ली, जिसमें अनेक चिकित्सक उपस्थित रहे। आईएमए के जिलाध्यक्ष डॉ. अनूप दीक्षित और सचिव डॉ. रजनीश मिश्रा ने चेतावनी दी कि डॉक्टरों के खिलाफ किसी भी प्रकार की ब्लैकमेलिंग, उत्पीड़न या दबाव की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान पुलिस द्वारा चिकित्सक की तहरीर नहीं लेने पर विरोध जताया गया। बाद में पुलिस ने अस्पताल में आकर तहरीर ली। आईएमए ने सभी आरोपियों की 24 घंटे में गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया।
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