आईवीएफ से जुड़वां बच्चों के जन्म देने वाली प्रसूता की मौत, तीमारदारों का सिंघल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर हंगामा, पुलिस तैनात

आगरा, 11 जुलाई। आवास विकास कॉलोनी में स्थित सिंघल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में आईवीएफ से जुड़वां  बच्चों को जन्म देने वाली प्रसूता की गुरुवार की देर रात प्रभा अस्पताल में मौत हो गई। उसके बच्चों का इलाज चल रहा है। प्रसूता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सिंघल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में गुरुवार को प्रसूता कांता की तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद उसे दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया था।इसको लेकर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। प्रसूता की मौत के बाद उन्होंने फिर हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह समझाकर परिजनों को शांत कराया। अस्पताल ने बच्चों के उपचार की जिम्मेदारी ली। प्रसूता की मौत के बाद सिंघल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर पर पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया।
खबरों के अनुसार, ख्वासपुरा खेरिया मोड़ की रहने वाली 30 साल की कांता का गर्भधारण न होने पर सिंघल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में आईवीएफ कराया गया। साढ़े सात महीने की गर्भवती कांता का डॉ. योगेश सिंघल द्वारा इलाज किया जा रहा था। डॉक्टर ने परिजनों से दो यूनिट ब्लड लाने के लिए कहा। कांता ने सिंघल टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में एक बेटे और एक बेटी को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद अधिक ब्लीडिंग होने लगी। जुड़वां बच्चों का भी वजन कम था। दोपहर में प्रसूता और जुड़वां बच्चों को प्रभा हॉस्पिटल में भर्ती करने के लिए कहा गया। इस पर तीमारदार भड़क गए और जमकर हंगामा किया। उन्होंने हास्पिटल संचालक पर लाखों रुपये लेने के बाद इलाज के लिए दूसरे हॉस्पिटल में रेफर करने के आरोप लगाए।
इस बारे में डॉ योगेश सिंघल ने मीडिया से कहा, "तीमारदारों से ब्लड लाने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने समय पर ब्लड उपलब्ध नहीं कराया। मरीज की हालत बिगड़ते देख रेफर किया गया। अधिक रुपये मांगने का आरोप गलत है।"
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