सुमन बोले- "मुख्यमंत्री के इशारे पर मुझे बार-बार नजरबंद किया जा रहा, वे नहीं चाहते हम पीड़ितों की दुःख में शरीक हों"
आगरा, 06 मई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन को पुलिस-प्रशासन ने एक बार फिर जिले से बाहर जाने से रोक दिया। वे कासगंज के पटियाली जाने के लिए निकलने वाले थे। पटियाली में पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के साथ पुलिस पर बर्बरता के आरोप थे।
पुलिस की बंदिश से नाराज रामजीलाल सुमन ने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, मुझ पर हमला करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं। वीडियो जारी कर धमकियां दे रहे हैं। पुलिस उन्हें पकड़ने की बजाय मुझे रोक रही है। यह सब मुख्यमंत्री कार्यालय के इशारे पर हो रहा है।
बता दें कि मंगलवार की सुबह सुमन संजय प्लेस के सामने स्थित अपने आवास से कासगंज जाने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने उनके आवास को छावनी में तब्दील करते हुए उन्हें जाने से रोक दिया। फिर से नजरबंद किए जाने पर सुमन आक्रोश में नजर आए।
सांसद सुमन ने कहा कि विगत 26 मार्च को जब मेरे घर पर हमला हुआ था। तब पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दस टीमें बनाने की बात कही थी। लेकिन, हमलावर नहीं पकड़े गए। हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं। धमकियां दे रहे हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय की मिलीभगत है। इसलिए पुलिस और प्रशासन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा। जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उनसे पुलिस नूरा कुश्ती का खेल रही है। मुझ पर पाबंदियां लगाई जा रही हैं। दलित, पिछड़े व अल्पसंख्यक जिन पर जुल्म हो रहा है, उनके दु:ख में हम शरीक न हों, पुलिस इसी मंशा से काम कर रही है।
उधर कासगंज के पटियाली में क्षत्रिय समाज के लोगों ने रामजीलाल सुमन के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी की थी। पटियाली इलाके में विभिन्न मार्गों पर काले झंडे लेकर लोग एकत्रित हुए और सांसद के आगमन का इंतजार करते रहे। जब उन्हें सांसद के न आने की सूचना मिली, तो वे प्रदर्शन स्थगित कर वापस लौट गए।
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