खबरें आगरा की.........
आगरा, 14 अप्रैल। जिले में बुजुर्ग दंपति सहित पांच और नए मरीजों में शुक्रवार को कोरोना के लक्षण पाए गए। संक्रमितों की संख्या अब जिले में 88 हो गई है। दस मरीजों के नमूने तीन दिन पहले जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए है। अभी तक उनकी रिपोर्ट नहीं आई है।
दयालबाग के प्रेम नगर में रहने वाली दंपती 76 वर्ष के पुरुष व 70 वर्ष की महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग में शामिल थे। प्रेम नगर में पहले भी कोरोना संक्रमण के मामले आ चुके हैं। इसके अलावा गंगे गौरी, बल्केश्वर निवासी 40 वर्ष के पुरुष, नगलापदी निवासी 26 वर्ष की युवती और पश्चिमपुरी निवासी 60 वर्ष की बुजुर्ग में कोरोना की पुष्टि हुई।
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आगरा। संजय प्लेस क्षेत्र में स्थित शहीद स्मारक का रखरखाव आगरा विकास प्राधिकरण के जिम्मे है। शहीद स्मारक के रखरखाव के लिए आगरा विकास प्राधिकरण ने स्मारक पर टिकट का प्रावधान किया था, जिसे अब वापस ले लिया गया है।
बता दें कि विगत 25 मार्च को आगरा विकास प्राधिकरण ने एक आदेश जारी करते हुए कहा था कि संजय प्लेस में स्थित शहीद स्मारक की हालत ज्यादा खराब है, उसका रखरखाव करने के लिए अब स्मारक पर निःशुल्क प्रवेश की जगह शुल्क लगाया जाएगा। आगरा विकास प्राधिकरण के इस आदेश के बाद जिले के तमाम सामाजिक संगठन विरोध पर उतर आए थे। उन्होंने एडीए से लेकर जिलाधिकारी तक इस आदेश के खिलाफ ज्ञापन दिया।
एडीए ने आगरा के लोगों से इस आदेश पर आपत्ति मांगी थी। 15 अप्रैल से इस आदेश को प्रभावी रूप से लागू करना था। ऐसे में अब तक आगरा विकास प्राधिकरण के पास करीब 14 आपत्तियां पहुंची। इन आपत्तियों पर बैठक की गई और निर्देश दिया गया के शहीद स्मारक में प्रवेश की यथास्थिति रहेगी। स्मारक में आने वाले लोगों के ऊपर किसी भी तरह का शुल्क लागू नहीं किया जाएगा।
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आगरा। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल शुक्रवार को अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव के साथ यमुना घाट स्थित आरती पॉइंट पर पहुंच गए। इस दौरान यमुना नदी में सैकड़ों की संख्या में भैंस विचरण कर रही थी। पानी के अंदर नहा रही थी। यह देखकर नगर आयुक्त ने कड़ी नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इन जानवरों को यमुना नदी से निकाला जाए।
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि कई बार जानवरों के यमुना नदी में प्रवेश पर कड़ी कार्रवाई की गई है। लेकिन देखा जा रहा है कि फिर से यह जानवर मालिकों द्वारा यहीं पर लाए जाते हैं। ऐसे में इस बार कोई स्थाई हल निकाला जा रहा है, जिससे यह जानवर यहां दोबारा न आएं और यमुना को गंदा न करें।
उन्होंने कहा कि यमुना नदी को साफ करने की जिम्मेदारी नगर निगम के साथ शहर के लोगों की भी है। यमुना किनारे स्थित आरती स्थल व अन्य घाटों पर लोग किसी भी तरह का कूड़ा न फेंके, जिससे यमुना नदी गंदी न हो। जो भी पूजा का सामान आपके पास मौजूद है, उसे एक नियत स्थान पर ही रखें। इस तरह से यमुना किनारे फेंक कर इन किनारों को गंदा न करें। नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी अजय सिंह ने बताया कि सुबह से चलाए गए अभियान में शुक्रवार को करीब 12 भैंस पकड़ी गई हैं। इन पर लगाम लगाने के लिए जुर्माने के अलावा नियमावली के अनुसार इनकी नीलामी भी की जा सकती है।
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