डावर फुटवियर में पीएमवीबीआरवाई और ईईसी-2025 योजनाओं पर सेमिनार में हुआ शंकाओं का समाधान

आगरा, 19 नवम्बर। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ), क्षेत्रीय कार्यालय एवं काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (सीएलई) के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को डावर फुटवियर इंडस्ट्रीज़ में प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना और कर्मचारी नामांकन योजना–2025 पर सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य नियोक्ताओं एवं कर्मचारियों को इन नई योजनाओं के प्रावधानों, पात्रता शर्तों तथा लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना था।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त इंद्रनील घोष, सहायक भविष्य निधि आयुक्त मिथिलेश कुमार चौधरी, नोडल अधिकारी मोनिका कुलश्रेष्ठ, प्रवर्तन अधिकारी श्रवण कुमार मिश्र, रानु एवं राहुल कुमार वर्मा शामिल रहे। अध्यक्षता एफमेक के उपाध्यक्ष राजीव वासन ने की। एफमेक महासचिव प्रदीप वासन, सीएलई के उप निदेशक आर. के. शुक्ला, डावर फुटवियर के प्रबंधक राजीव मिश्र तथा लेदर एवं फुटवियर सेक्टर से जुड़े कई नियोक्ता और प्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित रहे।
क्षेत्रीय आयुक्त इंद्रनील घोष ने स्वागत भाषण में बताया कि प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना 1 अगस्त 2025 से लागू हो चुकी है। इस योजना के तहत सरकार, ₹1 लाख प्रतिमाह तक वेतन वाले नए कर्मचारियों के लिए नियोक्ता द्वारा किए जाने वाले भविष्य निधि योगदान के एक हिस्से का वहन करेगी। इसका उद्देश्य नियोक्ताओं को नई भर्तियाँ करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
उन्होंने बताया कि यह पहल देश में 3.5 करोड़ से अधिक औपचारिक रोजगार सृजित करने के लक्ष्य का हिस्सा है। उन्होंने सभी उद्योग प्रतिनिधियों से योजना में अधिकाधिक पंजीकरण कराने की अपील भी की।
कर्मचारी नामांकन योजना–2025 को एक नवंबर 2025 से लागू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत नियोक्ताओं को 01 जुलाई 2017 से 31 अक्टूबर 2025 के बीच छूटे हुए पात्र कर्मचारियों का स्वैच्छिक नामांकन करने का अवसर मिलता है। इस प्रावधान के तहत नियोक्ता बिना किसी दंड या विलंब शुल्क के अपने पुराने अनुपालन को नियमित कर सकते हैं।
एफमेक के उपाध्यक्ष राजीव वासन ने कहा कि पीएमवीबीआरवाई और ईईसी-2025 जैसी योजनाएँ उद्योगों को औपचारिक रोजगार बढ़ाने और कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। एफमेक महासचिव प्रदीप वासन ने कहा कि यह पहल आगरा के लेदर एवं फुटवियर सेक्टर के लिए अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से नियोक्ताओं को अनुपालन आसान होगा और कर्मचारियों को बेहतर सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने ईपीएफओ टीम का आभार व्यक्त करते हुए ऐसे सेमिनारों को उद्योग हित में आवश्यक बताया। सेमिनार में उपस्थित उद्योग प्रतिनिधियों, एचआर प्रबंधकों एवं नियोक्ताओं ने योजनाओं की पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और व्यावहारिक लाभों को विस्तार से समझा।
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